मौत के बाद खुशी से झूम उठा घायल सिपाही…

मौत के बाद खुशी से झूम उठा घायल सिपाही…

कहा- अब जाकर भरा है असली जख्म…

जुलाई शुक्रवार 10-7-2020 कानपुर/उत्तर प्रदेश कानपुर एनकाउंटर में आठ पुलिस कर्मियों की हत्या करने वाले पांच लाख का इनामी विकास दुबे एनकाउंटर में ढेर हो गया है। एसटीएफ गाड़ी उसे कानपुर ला रही ला रही थी,इस दौरान गाड़ी पलट गई।उसने हथियार छीकर भागने की कोशिश की। जिसके बाद पुलिस ने उसे मुठभेड़ में मार गिराया है। विकास दुबे के अंत के बाद गोरखपुर के घायल सिपाही ने कहा कि अब जाकर भरा है असली जख्म। अब शहीद साथियों के आत्मा को शांति मिली है।
बता दें कि कुख्यात अपराधी विकास दुबे को गुरुवार की सुबह मध्य प्रदेश पुलिस ने उज्जैन के महाकाल मंदिर से गिरफ्तार किया था। विकास को पकड़ने के लिए कई राज्यों में अलर्ट जारी किया गया था। वहीं कानपुर एनकाउंटर में गोरखपुर के रहने वाले दारोगा सुधाकर पांडेय घायल हो गए थे।
बता दें कानपुर के चौबेपुर थाना क्षेत्र के बिकरू में दो जुलाई की देर रात हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे के घर दबिश देने गई पुलिस टीम पर हुई ताबड़तोड़ फायरिंग में आठ पुलिसकर्मी शहीद हो गए थे,और कई गंभीर रुप से घायल भी हो गए थे। इन घायलों में जिले के गोला बाजार क्षेत्र के दारोगा सुधाकर पांडेय भी हैं।
गुरुवार को विकास दुबे की गिरफ्तारी के बाद ही दरोगा सुधाकर पांडेय ने बताया था कि विकास दुबे जैसा अपराधी,जिसने हमारे आठ साथियों की निर्मम हत्या कर दी, जो राज्यमंत्री तक की हत्या करके खुलेआम घूम रहा था, जिसे तीन राज्यों की पुलिस 6 दिन तक पकड़ नहीं पाई, इससे यह आशंका होती है कि उसके पीछे किसी ना किसी का हाथ था,चाहे वह खाकी हो या फिर खादी।
वहीं सुधाकर पांडेय से चौबेपुर थाना लाइन हाजिर होने पर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि अब जहां भी भेजा जाएगा,वहां पर ज्वाइन करेंगे। फिलहाल सुधाकर पांडेय डिस्चार्ज होकर अपने आवास लखनऊ पहुंच गए हैं। कुछ दिनों में अपने गांव गोरखपुर गोला तहसील के बेलपार पाठक पहुंच जाएंगे। डॉक्टर द्वारा कुछ दिन के लिए बेड रेस्ट दिया गया है।

हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…