*अपराधियों की आने वाली है शामत: फिर शुरू होगा यूपी में “आॅपरेशन क्लीन”…..*
*कानपुर कांड के बाद एक्शन में योगी सरकार: बनाई माफियाओं की हिट लिस्ट*
*सूची में मुख्तार अंसारी, अतीक अहमद, अनिल भाटी व अनिल दुजाना सहित कई बड़े नाम !*
*लखनऊ।* कानपुर में हुए हत्याकांड के बाद योगी सरकार एक्शन में आ गई है, योगी सरकार ने यूपी पुलिस को प्रदेश के माफियाओं की हिट लिस्ट तैयार करने को कहा है। आदेश में कहा गया है कि कोई भी माफिया हो चाहे वो जेल में बंद हो या बाहर हो सभी के नाम को हिट लिस्ट में शामिल किया जाए। योगी सरकार ने आदेश दिया है कि अब राजनीतिक हो या माफिया सभी पर सख्त कार्रवाई की जाए, बता दें कि यूपी पुलिस ने हिट लिस्ट तैयार कर ली है,इसमें प्रदेश के शूटरों,बदमाशों समेत कई बाहुबली राजनेताओं के नाम भी शामिल हैं।
*सूची में लखनऊ के लल्लू यादव, सोहराब व रुस्तम का भी नाम* 👆
सूत्रों के अनुसार हिट लिस्ट मे मऊ के बाहुबली नेता और बीएसपी विधायक मुख्तार अंसारी, प्रयागराज के बाहुबली नेता अतीक अहमद और गौतमबुद्ध नगर के अनिल भाटी का नाम भी शामिल है।यूपी पुलिस की इस हिट लिस्ट में कुल 25 नाम हैं। इनमें बाकायदा अपराधी का नाम, पता लिखा गया है, इसके अलावा अपराधी किस जेल में बंद है या फिर जमानत पर बाहर है ये भी लिखा हुआ है।इस हिट लिस्ट को एसटीएफ से मिली जानकारी के आधार पर तैयार किया गया है।
इसके अलावा हिट लिस्ट में उमेश राय, त्रिभुवन सिंह, खान मुबारक, मोहम्मद वसीम, मोहम्मद सोहराब,मोहम्मद रुस्तम, बृजेश कुमार सिंह, सुभाष सिंह ठाकुर, ध्रुव कुमार सिंह,मुनीर,संजीव महेश्वरी, सुंदर भाटी, अनिल दुजाना, सिंह राज भाटी, सुशील, अंकित गुर्जर, अमित कसाना, आकाश जाट, ऊधम सिंह, योगेश भदौड़ा, अजीत उर्फ हप्पू, लल्लू यादव, अजय सिंह, रमेश सिंह, संजीव द्विवेदी, मुलायम यादव, राजेश यादव, बच्चा पासी, दिलीप मिश्रा और ओम प्रकाश श्रीवास्तव का नाम शामिल है।
बता दें कि कानपुर में हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे को पकड़ने गई पुलिस टीम पर हुए हमले के बाद योगी सरकार ने अपराधियों से निपटने का मूड बना लिया है। कानपुर हत्याकांड में सीओ देवेंद्र मिश्रा समेत 8 पुलिसकर्मियों की मौत हो गई थी। अभी यूपी पुलिस की 100 टीमें पूरे प्रदेश में विकास दुबे को तलाश रही हैं।
कानपुर मुठभेड़ केस में चौबेपुर थाना प्रभारी विनय तिवारी को आईजी मोहित अग्रवाल ने किया सस्पेंड कर दिया है। कानपुर के चौबेपुर में शुक्रवार को हुए घटनाक्रम के मामले में एसओ विनय तिवारी की भूमिका संदिग्ध है। आईजी ने कहा कि संदिग्ध भूमिका आने पर जांच में मुकदमा भी लिखा जाएगा और जेल भेजा जाएगा। चौबेपुर थानाध्यक्ष विनय तिवारी से एसटीएफ की पूछताछ जारी है। तिवारी पर गोपनीय सूचना लीक करने का आरोप है। यूपी एसटीएफ के द्वारा सभी चश्मदीद और जो संदेह के घेरे में हैं। उनसे पूछताछ की जा रही है। विनय तिवारी पर इसलिए भी ज्यादा संदेह गहराया क्योंकि वह विकास दुबे को पकड़ने गई पुलिस टीम में सबसे पीछे थे. जब पुलिस पर बदमाशों ने हमला किया तो वह मौके से भाग निकले।
*”हिंद वतन समाचार” की रिपोर्ट, , ,*