खाकी कानून तोड़े तो ठीक, जनता तोड़े तो भरे जुर्माना…

खाकी कानून तोड़े तो ठीक, जनता तोड़े तो भरे जुर्माना…

दरोगा जी खुद प्राइवेट कार में लाइट लगाकर चलते हैं 👆                

दरोगा जी खुद घूम रहे हैं निजी वाहन में लाइट लगाकर, इनका चालान कौन काटेगा ?

अंबेडकरनगर। कदरदान मेहरबान भारत की भोली भाली जनता देख दो दारोगा जी की दबंगई, दारोगा जी इतने निडर हैं कि मौत के आगे सीना तान कर खड़े हो जाते हैं ! लेकिन ? सेल्फिस भी बहुत हैं। जी हाँ हम बात कर रहे हैं मरैला चौकी में तैनात दारोगा राजीव श्रीवास्तव की आये दिन जनता के साथ दबंगई की। दरोगा जी अधिकारियों को भी दबंगई दिखाने से नहीं चूकते ! तो जनाब यह कोरोना काल है इसमें बड़े-बड़े दबंग घुटनों पर आ गये हैं आप की क्या बिसात। पिछले दिनों दारोगा राजीव श्रीवास्तव जो कि नगर में चेकिंग अभियान चला रहे थे जिसमें चौराहे पर जो भी बिना मास्क लगाये मिला उसका चालान काटा। चलो ये कानून के तहत किया गया ठीक है, लेकिन गरीब ग्रामीण से भी इसके नाम पर उगाही हुई। चालान 100 रूपये का लेकिन वसूले गए 500₹ तक।
जहां दरोगा जी गरीबों को घेरते हैं वहीं ग्राम प्रधान, दलालों और चमचों का चालान नहीं करते इन्हे ऐसे ही जाने देते है। इसका विरोध करने वालों को खाकी की धौंस दिखाकर चुप करा देते हैं दरोगा जी। दरोगा राजीव श्रीवास्तव कल तक नियम का उल्लंघन करने के लिये दूसरों का चालान कर रहे थे लेकिन आज स्वयं बेधड़क होकर प्राइवेट वाहन में लाइट लगाकर चला रहे हैं, इनका चालान कौन काटेगा ? कप्तान साहब आपके दरोगा जी स्वयं नियम तोड़ रहे हैं, यह जनता को क्या जागरूक करेंगें। अब देखना है कि कप्तान साहब अपने बेलगाम दरोगा पर कब कार्यवाही करते हैं।

पत्रकार असलम अब्बास की रिपोर्ट, , ,