राष्ट्रव्यापी लाॅक डाउन में सरकार द्वारा तंबाकू सेवन को जानलेवा मान पूर्ण रूप से प्रतिबंधित किये जाने के बावजूद…

राष्ट्रव्यापी लाॅक डाउन में सरकार द्वारा तंबाकू सेवन को जानलेवा मान पूर्ण रूप से प्रतिबंधित किये जाने के बावजूद…

फर्रुखाबाद/ उत्तर प्रदेश:- राष्ट्रव्यापी लाॅक डाउन में सरकार द्वारा तंबाकू सेवन को जानलेवा मान पूर्ण रूप से प्रतिबंधित किये जाने के बावजूद भी व्यापारी ने शासन के नियमों को धता बताकर एक माननीय का ऐसा वरदहस्त प्राप्त किया। मानों उसकी चांदी ही लग गई। चंद डेढ़ माह में कालाबाजारी और ओवर रेटिंग के बदौलत करोड़ों के वारे न्यारे करने के बाद कल शाम पुलिस के शिकंजे में दबोचा गया कुख्यात हंसते-हंसते बरी हो गया। पुलिस ने लीपापोती कर लाखों के माल को न केवल अंदर करा दिया बल्कि मोटी न्योछावर के बाद क्लीन चिट भी दे डाली।
बीते दिन स्वाट टीम के सौजन्य से रस्तोगी मोहल्ला निवासी व्यापारी रवीश रस्तोगी को उसके घर से लाखों कीमती ब्राण्डेड गुटखा व तंबाकू के साथ दबोचा गया था। रवीश तत्कालीन विधायक विजय सिंह का एक जमाने में खास गुर्गा कहा जाता था। सत्ता बदली, माहौल बदला तो उसने व्यापार मंडल में सबसे पहले सदस्यता ली फिर कोषाध्यक्ष का पद संभाला और वर्तमान में एक माननीय की चैखट का रखवाला बन गया।
पुलिस की गिरफ्त में आने के बाद रवीश को बचाने के लिए कई व्यापारी नेता और एक माननीय खुलकर सामने आ गये तो पुलिस को कुल चार पैकेट दिखाकर मामले को रफा-दफा करना पड़ गया। लाॅक डाउन के दौरान रस्तोगी अपनी चीनी के व्यापार का पूरा फायदा उठाता रहा। ट्रक में पीछे चीनी तो आगे कीमती मसाला रखकर आने के बाद उसे कई गुने दामों में यहां खूब बेचा गया। बीती देर शाम की इस कार्रवाई के बाद रात तक पुलिस और स्वाट टीम का व्यापारी से लेन-देन का खेल चलता रहा। मामले की जानकारी उच्चाधिकारियों को हुई लेकिन राजनैतिक दबाव और बड़ी न्योछावर के आगे कार्रवाई ठंडे बस्ते में डाल दी गई और नाममात्र के मसाले की बरामदगी दिखाकर इस कालाबाजारिये को कोतवाली से रिहा कर दिया गया। हालांकि मामले का संज्ञान मंडल स्तर के आलाधिकारियों को भी दिया गया है।

पत्रकार राहुल सिंह चौहान की रिपोर्ट…