सरकार जनहित में शराब बिक्री के आदेश को वापिस ले-पंकज महाराज…

सरकार जनहित में शराब बिक्री के आदेश को वापिस ले-पंकज महाराज…

इटावा/उत्तर प्रदेश-: विख्यात संत एवं जयगुरुदेव धर्म प्रचारक संस्था मथुरा तथा जयगुरुदेव कोठी मंदिर ट्रस्ट खितौराधाम के अध्यक्ष स्वामी पंकज जी महाराज ने सरकार से कोरोना महामारी के दौरान शराब बिक्री की छूट दिए जाने के आदेश को जनहित में वापस लिए जाने का अनुरोध किया है।
इटावा जनपद के खितौरा स्थित जय गुरुदेव जन्मभूमि कोठी मंदिर में प्रवास कर रहे स्वामी पंकज महाराज ने कहा कि ब्रह्मलीन बड़े गुरु महाराज ने जीवन भर अपने सत्संग-प्रवचनों में मद्यपान से दूर रहने तथा शाकाहार अपनाने का संदेश दिया क्योंकि मद्यपान और मांसाहार व्यक्ति में हिंसा की प्रवृत्ति,चारित्रिक पतन के साथ-साथ मानसिक एवं शारीरिक स्वास्थ्य को गंभीर हानि पहुंचाता है।भारत में न जाने कितने घर-परिवार एक अकेले मद्यपान की बुराई के चलते ही तबाह हो गए।घरेलू हिंसा और मार्ग दुर्घटनाओं में होने वाली अधिकांश मौतें शराब पीने के कारण ही होती हैं।इसके बावजूद और वह भी कोरोना जैसी भयावह वैश्विक महामारी,जिसके लिए देश भर में लॉकडाउन भी कराया गया,के दौरान ही केवल कुछ राजस्व की आपूर्ति हेतु शराब बिक्री की छूट दिया जाना जनहित में बिलकुल भी उचित नहीं है।
पंकज महाराज ने कहा कि शराब पाने के लिए जिस तरह लोग घरों से निकल कर दुकानों पर टूट पड़े हैं,उससे सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ गई हैं,जो इस महामारी के कम्युनिटी स्प्रेड का खतरा बढ़ा रही हैं।इसके अलावा शराब के नशे में लोग समाज में लड़ाई झगड़ा भी करेंगे जिससे कानून व्यवस्था को चुनौती मिलेगी।घर-परिवारों में भी कलह की स्थिति बनेगी।इसलिए मेरा केंद्र व प्रदेश सरकार से अनुरोध है कि शराब,मांस-मछली की बिक्री पर रोक लगाकर समाज में अमन-चैन व सात्विक वातावरण बनाने का प्रयास किया जाए।गुजरात और बिहार जैसे राज्य इसका आदर्श उदाहरण हैं,जहां पहले से ही शराब बंदी का आदेश लागू है।
पंकज महाराज जी ने कहा कि भारतीय समाज बहुत उदार और देशभक्त रहा है।जब भी ऐसी कोई बड़ी आपदा या महामारी देश के सामने आई,तब उसने सरकार का साथ देकर संकट से उबरने में सहायता की है।यदि सरकार अभी शराब बिकवाने की जगह प्रत्येक परिवार से थोड़ा- थोड़ा दान ही मांग ले तो उसके पास आपदा से निपटने के लिए इतना धन एकत्र हो जाएगा कि शराब की बिक्री की जरूरत ही नहीं रहेगी

पत्रकार नितेश प्रताप सिंह की रिपोर्ट…