लाॅकडाउन में काम न मिलने से घर जा रहे मजदूरों को मिल रही है मौत…..

लाॅकडाउन में काम न मिलने से घर जा रहे मजदूरों को मिल रही है मौत…..

  मजदूर कृष्णा व पत्नी प्रमिला (फाइल फोटो) एवं घायल बच्चे 👆

पटरी-पटरी चले थे घर के लिए, थककर सो गए: मालगाड़ी से कटकर 16 मजदूरों की गई जान, 5 घायल…

पटरियों पर पैदल चलकर घर जाने के लिए मजबूर हैं प्रवासी मजदूर 👆

उप राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री, राहुल गांधी ने शोक व्यक्त किया: मृतकों के परिजनों को 5-5 लाख की मदद…

साइकिल से परिवार के साथ गांव जा रहे मजदूर दंपत्ति की भी हुई दर्दनाक मौत, बच्चे घायल…

लखनऊ/मुंबई। लाॅकडाउन के चलते काम न मिलने से भुखमरी के शिकार हो रहे परेशान प्रवासी 16 मजदूरों की औरंगाबाद-जालना रेल लाइन पर औरंगाबाद जिले में मालगाड़ी से कटकर दर्दनाक मृत्यु हो गई, दुर्घटना में घायल 5 मजदूरों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। यूपी की राजधानी लखनऊ में भी साइकिल से गांव जा रहे एक मजदूर दंपत्ति की सड़क हादसे में बीती रात मृत्यु हो गई, तथा दो बच्चे घायल हो गए। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने मृतकों के परिजनों को 5-5 लाख रुपए की मदद का ऐलान करते हुए अधिकारियों को विशेष विमान से घटनास्थल के लिए भेजा है, जो वहीं मजदूरों के अंतिम संस्कार की व्यवस्था करेंगे।
कोरोना महामारी के चलते देश में लागू लाॅकडाउन के 44 दिन बीत जाने के बावजूद देश भर में अभी भी तमाम मजदूर फंसे हुए हैं। काम न मिलने और भुखमरी के शिकार हो रहे मजदूर साइकिल से और पैदल ही अपने घरों को जा रहें हैं और रास्ते में उन्हे हादसों के कारण घर की जगह मिल रही है मौत। महाराष्ट्र के औरंगाबाद में औरंगाबाद-जालना रेल लाइन पर आज सुबह सवा 5 बजे करीब पटरी पर सो रहे 16 मजदूरों की मलगाड़ी से कटकर मृत्यु हो गई, 5 घायल मजदूरों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। ये मजदूर जलगांव की एक प्राइवेट स्पात फैक्ट्री में काम करते थे और रेल लाइन पर पैदल चलते हुए अपने गांव शहडोल (मध्य प्रदेश) जा रहे थे। देर रात थकने पर ये लोग पटरी पर ही सो गए थे। सुबह सवा 5-22 मिनट पर मालगाड़ी आ गई। साउथ सेंट्रल रेलवे के सीपीआरओ के अनुसार चालक ने पटरी पर लोगों को देख हार्न बजाकर इमरजेंसी ब्रेक भी लगाया लेकिन ट्रेन की रफ्तार तेज होने एवं उसके रुकने तक मजदूर मालगाड़ी के नीचे आकर कट गए। 14 मजदूरों की मौके पर ही मृत्यु हो गई जबकि 2 मजदूरों ने अस्पताल ले जाए जाते समय रास्ते में दम तोड़ दिया।
चालक से मामले की सूचना मिलने पर रेलवे/पुलिस के अधिकारी मौके पर पहुंच गए हैं। औरंगाबाद की एसपी मोक्षदा पाटिल के अनुसार ये मजदूर पैदल ही रेलवे लाइन पर चलकर अपने घर जा रहे थे। उप राष्ट्रपति के बैंकेयानायडू एवं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मजदूरों की मृत्यु पर दुःख व्यक्त किया है। रेल मंत्री पीयुष गोयल ने रेलवे अधिकारियों से पीड़ित परिवारों की हर संभव मदद करने के निर्देश दिए हैं। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने मजदूरों की मृत्यु पर शोक व्यक्त किया है। उधर लखनऊ में भी बीती रात सड़क हादसे में मजदूर दंपत्ति की मृत्यु हो गई जबकि उनके दो बच्चे घायल हो गए।
यूपी की राजधानी लखनऊ से भी अब छत्तीसगढ़ के मजदूरों ने लाॅकडाउन के 44 दिन बीत जाने के बावजूद काम एवं मदद न मिलने के चलते बड़ी संख्या में अपने घरों/गांव के लिए पैदल ही कूच कर दिया है। पुराने लखनऊ के भवानीगंज वार्ड में झवारों वाली गली एवं सहादतगंज थाने के पीछे बड़ी संख्या में छत्तीसगढ़ के मजदूर रहते हैं। यहां से पिछले दो दिनों से मजदूर बीबी-बच्चों को लेकर साइकिल से ही गांव के लिए रवाना हो रहे हैं। कल भी शाम को काफी मजदूर अपने गांव के लिए रवाना हुए। ऐसे मजदूरों में से एक मजदूर दंपत्ति की बीती रात सड़क हादसे में दर्दनाक मृत्यु हो गई। शहीद पथ पर मजदूर कृष्णा साहू (45 वर्षीय) व पत्नी प्रमिला (40 वर्षीय) की तेज रफ्तार वाहन से कुचलकर मृत्यु हो गई जबकि उनके दो 3 वर्षीय चांदनी व डेढ़ वर्षीय बेटे निखिल घायल हो गए। दोनों बच्चे काफी देर तक लहूलुहान हालत में सड़क पर पड़े रहे। मजदूर कृष्णा यहां जानकीपुरम के सिकंदरपुर गांव में रहकर मजदूरी करता था। दोनों बच्चों को उपचार के बाद दुबग्गा में रह रहे उनके चाचा के सुपुर्द कर दिया गया है। (8 मई 2020)

विशेष संवाददाता विजय आनंद वर्मा की रिपोर्ट, , ,