चोरी छुपे कालाबाज़ारी कर बेचे जा रहे 2 कुन्तल, 8 किलोग्राम मांस के साथ 10 लोगों को किया गया गिरफ्तार…

लखनऊ। हिन्द वतन समाचार…

चोरी छुपे कालाबाज़ारी कर बेचे जा रहे 2 कुन्तल, 8 किलोग्राम मांस के साथ 10 लोगों को किया गया गिरफ्तार…

कोरोना वायरस यानी कोविड-19 के चलते जहां पूरे देश में लॉक डाउन लागू किया गया है और लगातार लॉक डाउन का पालन करवाने की कोशिश की जा रही है जिसमें पुलिस प्रशासन के लोगों के साथ जहां डॉक्टर स्वास्थ्य कर्मी और नगर निगम के कर्मचारियों के साथ साथ लगातार पत्रकार भी खबरों से लोगों को अवगत करा कर अपनी जिम्मेदारी निभा रहे हैं वहीं कहीं ना कहीं ज्यादा मुनाफे के चक्कर में जमाखोर या मुनाफा खोर लोग लगातार कानून का उल्लंघन करते नजर आ रहे हैं और जनता को वस्तुओं के वास्तविक मूल्यों से अधिक मूल्य पर बेचकर ज्यादा मुनाफा कमा रहे हैं। जबकि ब्लॉक डाउन में खानपान की कई तरह की चीजों पर सरकार ने बैन लगा रखा था मगर जमाखोरों ने इस लॉक डालन से फायदा उठाते हुए जमकर कालाबाजारी की और 4 गुना मुनाफा कमाया।

 

पुलिस ने मुर्गे और बकरे के गोश्त की कालाबाजारी करने वालों को धर दबोचा…

उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में जा कई कोरोना पॉजिटिव मरीजों के मिलने के बाद कई इलाकों को सील करते हुए हॉटस्पॉट बनाया गया है वही राजधानी में क्राइम भी रुकने का नाम नहीं ले रहा है आज लगभग 4:00 बजे राजधानी लखनऊ के थाना अलीगंज की पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर लॉक डाउन का उल्लंघन कर अवैध तरीके से सामान्य दामों से भी ज्यादा पर मुर्गे के गोश्त और बकरे के गोश्त की कालाबाजारी करने वालों को धर दबोचा।
दरअसल कोरोना वायरस जैसी भयानक बीमारी की महामारी से बचने के लिए जहां लोगों में सोशल डिस्टेंसिंग कायम करने के लिए अपील की जा रही थी और लॉक डाउन किया गया था, वही मांस कारोबारियों शराब की दुकानों, मसाला, गुटखा जैसे ऐसे कई अन्य वस्तुओं को इस लॉक डाउन के अंतर्गत बैन किया गया था। मगर इसके बावजूद भी लोग चोरी छुपे ज्यादा मुनाफे के चक्कर में कालाबाजारी करने से नहीं रुक रहे थे और अपराध धीरे-धीरे चरम पर जा रहा था, इसी क्रम में इंस्पेक्टर फरीद अहमद, थाना अलीगंज ने मुखबिर की सूचना पर लगभग 9 लोगों की टीम गठित कर छापेमारी की, जिसमें 10 लोगों को गिरफ्तार किया गया और उनके पास से 2 कुंटल मुर्गे का मांस और 8 कुंटल बकरे का मांस मौके से बरामद किया, साथ ही मांस को काट कर अलग करने वाले औजारों को भी पुलिस ने बरामद कर लिया है एवं लॉक डाउन के उल्लंघन के साथ ही कई धाराओं में मुकदमा कर जेल भेज गया है।
प्रभारी निरीक्षक अलीगंज ने बताया कि उक्त घटना को अलीगंज थाना अंतर्गत सीतापुर रोड स्थित फ्लाई ओवर के पास जमाल मीट एंड चिकन सप्लायर नाम से दुकान रखने वाला जमाल जोकि थाना कैसरबाग अंतर्गत फूलबाग का निवासी है, चोरी छुपे मुर्गा और बकरा कटवा कर उसका मांस बेचने का काम कर रहा था, जो इस लॉक डाउन में अवैध और बैन है, क्योंकि लगातार शासन प्रशासन की तरफ से कालाबाजारी को लेकर इसे रुकवाने के प्रयास किए जा रहे हैं। इसी क्रम में भारी मात्रा में मुर्गे बकरे का मांस मिलना और 10 लोगों की गिरफ्तारी से पता चलता है कि लोग इस लॉक डाउन में अभी भी नियमों का पालन नहीं कर रहे हैं और अपनी मनमर्जी करते चले आ रहे हैं, जिस पर एक दिन पुलिस प्रशासन की गाज गिरना लगभग तय ही था और इंस्पेक्टर अलीगंज ने अपनी टीम के साथ बड़ी कार्यवाही करते हुए सफलता प्राप्त की है।

जनता ने सोशल मीडिया के माध्यम से शराब, गुटखा एवं पान मसाला बैन करने की सरकार से अपील की…

लेकिन अभी भी एक बड़ा सवाल यह खड़ा हो रहा है कि जहां लॉक डाउन में सरकारी आदेश है कि कोरोना वायरस जैसी गंभीर बीमारी को एक दूसरे से दूर रहकर उससे लड़ा जा सकता है। मगर जनता के बीच के लोगों का कहना है कि शराब की दुकानें नहीं खुलने चाहिए थी, क्योंकि अगर अभी मांस की बिक्री को नहीं खोला गया तो शराब की दुकानें क्यों खोली गई। लोगों का कहना है कि अगर आर्थिक व्यवस्था को सही करने की बात थी तो मांस, गुटखा, पान मसाला व शराब की दुकानों को एक साथ ही खोलना चाहिए था, क्योंकि इससे और भी ज्यादा रेवेन्यू जनरेट हो सकता था और अर्थव्यवस्था में सुधार आ सकता था। मगर सरकार ने ऐसा नहीं किया और उसका नतीजा यह है कि लोग खुलकर अपराध कर रहे हैं चाहे वह शराब के खुलने के बाद शराब पीकर लोग घरेलू हिंसा के साथ सड़कों पर एक्सीडेंट में मारे गए हों या मांस एवं मसाला गुटखा जैसी चीजों की कालाबाजारी ही क्यों ना हो रही हो, अब शासन प्रशासन को भी सोचना होगा कि आगे ऐसे अपराधियों पर नकेल कैसे कसी जाए और माहौल को पहले जैसा और अपराध मुक्त बनाया जा सके।