अमरिया वासियों को हॉटस्पॉट की सजा़ कैसी…
कस्वे के लोग जी रहे है बेबसी की जिंदगी…
पीलीभीत, अमरिया कोविड 19 कोरोन संक्रमण से लड़ने के लिये जहां सारा देश जूझ रहा है वही देश का हर नागरिक इसमें डढ़चढ कर अपना योगदान देकर अहम भूमिका में नजर आ रहा है। और होना भी चाहिये क्यू कि बीमारी की मजहब या जाति देखकर नही आती और कौरोना जैसी बीमारी से कई पावरफुल देश तबाही व्यान कर रहे है। यूपी के पीलीभीत में जहां एक ओर प्रशासन कोरोना से निपटने के लिये जी जान लगाये हूऐ है बही पीलीभीत की जनता भी इस करतव्य को बा खूवी अंजाम दे रहे। है प्रशासन पुलिस, व स्वास्थ्य विभाग की तारीफ करना चाहिये जो अपनी जान को जोखिम में डालकर अपने फर्ज को अंजाम दे रहे है। लेकिन इन सबसे हटकर अगर देखे तो जनपद में दो पहले पाजीटिव केस निकले कस्वा अमरिया में जिसको जिलाधिकारी की कडी़ मेहनत और स्वास्थ विभाग की बदौलत ठीक करके अपने घरों मैं भेज दिया इसके बाद अमरिया तहसील क्षेत्र का एक और बाहर से आया युवक भी पाजीटिव निकला जिसको उपचार के लिये बरेली भेजा गया। लेकिन 11 अप्रेल से अमरिया को जिला प्रशासन द्वारा पूरी तरह सील खर दिया गया। और कस्वे में रहने बाले लोगों को उनके हाल पर छोड़ दिया। कस्वा अमरिया में लगभग 22 हजार की आवादी है और 90 प्रतिशत लोग वह है जो अपनी छोटे छोटे विजनेस से अपने परिवारों का पालन पोषण कर रहे है। प्रशासन की ओर से जो मजदूर या गरीव असहाय लोग है उनकी मदद की गयी लेकिन सिर्फ आंटा चावल से जिंदगी की गुज़र बसर करना आसान नही है। कस्वे के कुछ समाजसेवियों द्वारा भी एक सीमित मदद जारी है। मगर वह लोग जो रोजमर्रा की स्थित में जी रहे है जो अपने परिवार को अपनी रोजीरोटी के जरिये पाल रहे है उनके लिये हॉटस्पॉट एक सजा़ है जो वह झेल रहे है। उनकी सुनने बाला प्रशासन का कोई अधिकार नही है अपने बच्चों के साथ कस्वे के अधिकतर दित्तीय क्षेणी के लोग अपनी जमा पूंजी खत्म करके अपनी बेबसी को रो रहे है शायद प्रशासन इन सभी को नज़र अंदाज़ कर रहा है। अमरिया कस्वे में कुल 1748 राशन कार्ड धारक है जिनमे 1443 सामान्य और 305 अंतोदय कार्ड जिनको सरकार द्वारा राशन निशुल्क मिल रहा है अब 305 के अलावा जो लोग बचे वह कहां जाये। खाने पीने व जरूरत के सामन पैसो से ही मिलते है ऐसे मे बिजनेस ठप पडे़ है घरों पर भुखमरी है बाहर निकलने पर पुलिस की मार लगभग 26 दिनसे अमरिया का सारा मार्केट बंद है और अब कोई कोरोना का मरीज भी नही निकला फिर अमरिया कस्वे वासियों को हॉटस्पॉट की सजा कैसी। कस्वे मे सबसे बडी़ समस्या मेडीकल व बैंकिंग की है और बदनसीबी से ये दोनो सुविधाएं कस्वे के अंदर ही पढती है। हॉटस्पॉट के कारण व्यापारी पूरी तरह बरवाद हो चुका है। जिला प्रशासन द्वारा जिले में व आसपास छूट की रियायत दी गयी है मगर अमरिया कस्वा वासियों के साथ ये सौतेला व्याव्हार क्यू किया जा रहा है। वोट के समय जन प्रतिनिधि भी अपना दामद फैलाकर बडे़ बडे़ बादे करते है लेकिन क्या किसी जनप्रतिनिधि को अब अमरिया की याद नही आ रही है। क्यूकि इन सबका रिश्ता सिर्फ बोटों तक है अमरिया बालों के दुखों से इन्हे शायद अब कोई मतलव नही रहा।
पत्रकार सदर सैफ़ी की रिपोर्ट…