बिन मौसम आंधी पानी से गेहूं आम की फसलें तबाह…..
कोविड-19 महामारी के चलते आम जीवन अस्त-व्यस्त खेतों में पड़ा गेहूं भी बर्बाद…..
मोहनलालगंज लखनऊ कोरोना वायरस की मार झेल रहे किसानो को रविवार शाम आंधी बारिश ने किसानों की कमर तोड़कर रख दी है। किसानों का भविष्य फिलहाल अंधकारमय दिखाई दे रहा है। एक ओर कोरोना जैसी महामारी से किसानों का पूरा जीवन अस्त-व्यस्त पड़ा है ना उनके पास कोई रोजगार है और ना ही कोई दूसरा कमाई का जरिया ऊपर से उन पर कुदरत की मार बेमौसम बारिश ने किसानों की कमर तोड़कर रख दी है। बेमौसम बरसात के किसानों के लिए आफत लेकर आई है। पिछले चार महीनों से फसल को खड़ा करने में जुटे इन किसानों की मेहनत एक झटके में तबाह हो गई। बारिश ने भी किसानों की मेहनत पर पानी फेर दिया। बता दें कि जब फसल को काटने का समय नजदीक आया तो बेमौसम बारिश की वजह से खड़ी फसल तबाह हो गई। खेतों में पानी भर गया। इतना ही नहीं अभी तक कोई मुआवजा भी इन किसानों को नहीं मिला है।
मौजूदा समय में किसान गेहूं की फसल को काटने की तैयारी कर रहे थे, जबकि कुछ किसानों ने तो फसल काट ली थी लेकिन अचानक हुई बारिश ने किसानों को संभलने का मौका तक नहीं दिया। बारिश के साथ ही चली तेज हवाओ आम की फसल को भी बहुत नुकसान पहुंचाया है बेमौसम बरसात के बाद के चलते फसल बर्बाद हो गई। किसानों ने बताया कि जिन खेतों में फसले काटी जा चुकी है, वहां पड़े गेहूं के गट्ठर बारिश की वजह से खराब हो जाएंगे। ऐसे में पकी हुई फसल खुद-ब-खुद खराब हो जाएगी और वह हमारे कुछ काम नहीं आएगी। जिसका मतलब साफ है कि किसानों के मौजूदा समय किसी संकट से कम नहीं है।
संवाददाता अनुराग तिवारी की रिपोर्ट…