*एक और पुलिस इंस्पेक्टर हार गया कोरोना की लड़ाई, आज तड़के अस्पताल में हुई मौत…..*

*एक और पुलिस इंस्पेक्टर हार गया कोरोना की लड़ाई, आज तड़के अस्पताल में हुई मौत…..*

*इंस्पेक्टर यशवंत पाल (फाइल फोटो)* 👆

*लोगों का जीवन बचाने के लिए उन्हे अस्पताल पहुंचाने वाले खुद हार रहें हैं जिंदगी की जंग*

*दो दिन पूर्व भी एक टीआई की हुई थी मृत्यु: पुलिस विभाग अपने एक एसीपी को भी खो चुका है*­

*एसीपी अनिल कोहली (फाइल फोटो)* 👆

*इंस्पेक्टर देवेंद्र चंद्रवंशी (फाइल फोटो)* 👆

*लखनऊ/इंदौर।* मध्य प्रदेश के इंदौर में कोरोना लगातार अपने पैर पसार रहा है। कोविड -19 से आम जनता महफूज रहे इसलिए पुलिस कर्मी लगातार मैदान में डट कर अपना फर्ज निभा रहे हैं, लेकिन अब पुलिस कर्मी लगातार इसके शिकार हो रहे हैं। आज तड़के पुलिस के एक टीआई (इंस्पेक्टर) की कोरोना से मौत हो गई। उज्जैन के नीलगंगा थाना प्रभारी (59 वर्षीय) यशवंत पाल की आज तड़के करीब पौने 6 बजे इंदौर के अरविंदो अस्पताल में मृत्यु हो गई। कोरोना वायरस से संक्रमित होने के बाद उन्हे अस्पताल में यभर्ती कराया गया था। इंदौर में कोरोना से मरने वालों की संख्या 76 हो गई है तथा 915 पाॅजिटिव का अस्पताल में इलाज चल रहा है।
उज्जैन की अंबर कालोनी में एक व्यक्ति के पाॅजिटिव पाए जाने के बाद यशवंत पाल की वहां ड्युटी लगाई गई थी। ड्युटी के दौरान ही यशवंत पाल संक्रमित हो गए थे, पाॅजिटिव रिपोर्ट आने के बाद उन्हे इंदौर के अरविंदो अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उज्जैन के एसपी रुपेश द्विवेदी के अनुसार 6 अप्रैल को यशवंत पाल की रिपोर्ट पाॅजिटिव आने के बाद उनकी पत्नी व दोनों बेटियों को क्वारेंटीन कराया गया है। बताते चलें कि दो दिन पूर्व ही रविवार को इंदौर के जूनी थाना प्रभारी देवेंद्र चंद्रवंशी की भी कोरोना से मृत्यु हो गई थी, उनका इलाज भी अरविदों अस्पताल में चल रहा था।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने टीआई (इंस्पेक्टर) यशवंत पाल की मृत्यु पर शोक व्यक्त करते हुए कहा है कि दु:ख की इस घड़ी में पूरा प्रदेश यशवंत के परिवार के साथ है। कोरोना वाॅरियर्स बीमे के तहत यशवंत पाल के परिवार को 50 लाख रुपए की मदद दी जाएगी। बताते चलें कि इससे पूर्व पंजाब के लुधियाना में कोरोना पॉजिटिव पाए गए एसीपी अनिल कोहली की मौत हो गई थी। एसीपी की पत्नी और ड्राइवर भी संक्रमित पाए गए हैं। दोनों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
*विशेष संवाददाता विजय आनंद वर्मा की रिपोर्ट, , ,*