लखनऊ। हिन्द वतन समाचार…
पुलिस ने मानी ग़लती, वरिष्ठ पत्रकार ख़ालिद रहमान को वापस मिला सम्मान…
राजधानी लखनऊ। कोरोना वायरस कोविड-19 जैसी खतरनाक बीमारी को लेकर पूरे देश में लॉक डाउन चल रहा है और इसी के मद्देनजर उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में भी 14 हॉटस्पॉट के साथ लॉक डाउन जारी है इसी के मद्देनजर देश और प्रदेश के पत्रकार जहां एक तरफ लगातार इससे संबंधित समाचारों का संकलन कर जनता और शासन प्रशासन को समाचारों के माध्यम से अवगत करा रहे हैं वही लखनऊ में भी अपनी जान जोखिम में डालकर पत्रकार लगातार खबरें इकट्ठा कर प्रकाशित कर रहे हैं और समाचार के माध्यम से समाज की सेवा में लगे हुए हैं, दूसरी तरफ यह कहा जा रहा है कि पुलिस प्रशासन, डॉक्टर एवं स्वास्थ्य कर्मी और नगर निगम के अधिकारी वरियर्स की तरह काम कर रहे हैं वही पत्रकारों के लिए शासन प्रशासन द्वारा अभी तक वरियर या योद्धा जैसा कोई खिताब नहीं दिया गया है, मगर फिर भी पत्रकार अपनी जान को जोखिम में डालकर लगातार सेवाएं प्रदान कर रहे हैं।
पुलिस के कुछ बिगड़ैल सिपाही,दरोगा और अधिकारियों की वजह से पूरा विभाग होता है बदनाम…
मगर इसी बीच पुलिस के कुछ बिगड़ैल मिजाज दरोगा और इंस्पेक्टर पत्रकारों के साथ अभद्रता करने से नहीं चूक रहे हैं। बताते चलें कि 16 अप्रैल को यूनाइटेड न्यूज़ एजेंसी के विशेष संवाददाता एवं वरिष्ठ पत्रकार खालिद रहमान के साथ भी थाना ठाकुरगंज अंतर्गत बालागंज चौराहे पर दरोगा एसपी सिंह और अतिरिक्त प्रभारी निरीक्षक ठाकुर वीरपाल सिंह ने बुरी तरह से अभद्रता करते हुए उन्हें बेइज्जत किया था, जिसके बाद इस खबर को कई समाचार पत्रों और मीडिया ने प्रकाशित भी किया था, साथी सोशल मीडिया पर भी यह खबर वायरल हुई थी इसकी शिकायत पुलिस के आला अधिकारियों से की गई थी मगर इस पर त्वरित तौर पर कोई कार्यवाही नहीं की गई थी, जिसके बाद वरिष्ठ पत्रकार खालिद रहमान के साथ कई सम्मानित पत्रकारों ने प्रमुख सचिव ग्रह और एडीजी लॉ एंड आर्डर से लिखित तौर पर शिकायत की थी जिसके बाद एसीपी बाजार खाला अनिल यादव और एसीपी चौक दुर्गा प्रसाद तिवारी ने वरिष्ठ पत्रकार खालिद रहमान और कई पत्रकारों के साथ मीटिंग कर उक्त घटना पर खेद व्यक्त करते हुए आश्वासन दिया कि किसी भी पत्रकार के साथ आगे से ऐसा बर्ताव नहीं किया जाएगा एवं पुलिसकर्मियों को वक्त वक्त पर निर्देशित भी किया जाएगा कि पत्रकारों के साथ सही से पेश आएं एवं अभद्रता ना करें और उन्हें सम्मान के साथ अपना काम करने दें, अन्यथा कड़ी कार्रवाई की जाएगी। पत्रकार खालिद रहमान से जब पूछा गया कि क्या आप संतुष्ट हैं तो उन्होंने जवाब दिया कि मैं पुलिस प्रशासन के लोगों का बड़ा सम्मान करता हूं और मैं किसी से माफी मंगवाना नहीं चाहता था बल्कि उनको एहसास दिलाना चाहता था कि हम भी बढ़िया हैं हम भी विषम परिस्थितियों में काम कर रहे हैं और समाज की निस्वार्थ सेवा कर रहे हैं जिस तरह से आप डॉक्टर नगर निगम कर्मचारी और लोग काम कर रहे हैं उसी तरह पत्रकार भी अपने कर्तव्यों का पालन करते हुए लगातार खबरों पर नजर बनाए रखे हैं और जनता की सेवा कर रहे हैं, मुझे उनको सिर्फ यह एहसास दिलाना था ना कि माफी मंगवानी थी। जिस पर एसीपी चौक और एसीपी बाजार खाला ने हम सभी पत्रकारों के सामने शर्मिंदा होते हुए खेद व्यक्त किया और आगे के लिए हम सबको आश्वासन दिया कि अब पत्रकारों के साथ कोई अभद्रता नहीं की जाएगी। वरिष्ठ पत्रकार खालिद रहमान ने बताया कि इन जैसी छोटी-छोटी घटनाओं से मनोबल तो नहीं टूटता है मगर अपमानित होकर काम करने में मन नहीं लगता है, लेकिन फिर भी हम अपने कर्तव्यों का ऐसे ही पालन करते रहेंगे और हर तरह की विषम परिस्थितियों में जटिल परिस्थितियों में अपने कर्तव्यों का निर्वहन करते हुए लगातार समाज की सेवा करते रहेंगे, यह मैं हमारे साथ सभी पत्रकार भाइयों का प्रण है। मैं मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी और एडीजी लॉ एंड आर्डर का भी धन्यवाद देता हूं जो उन्होंने मेरा मान सम्मान वापस कराया है, साथ ही मैं अपने सभी पत्रकार साथियों कभी धन्यवाद करता हूं जो मेरे साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े रहे और मेरा हौसला बढ़ाया, साथ ही दोनों एसीपी का भी धन्यवाद देता हूं कि उन्होंने अतिरिक्त प्रभारी निरीक्षक ठाकुरगंज वीरपाल सिंह को बुलाकर मेरे सामने खेद व्यक्त का आया और उन्होंने अपनी गलती मानी। मैं आशा करता हूं कि आगे से पुलिस प्रशासन द्वारा किसी भी पत्रकार के मान सम्मान को ठेस नहीं पहुंचेगी और पुलिस प्रशासन सभी पत्रकार भाइयों का सहयोग करते हुए हौसला बढ़ाएंगे।
आबिद अली खान की रिपोर्ट…