लाकडाउन में फंसे गुजरातियों को भेजा गया उनके घर…

लाकडाउन में फंसे गुजरातियों को भेजा गया उनके घर…

-मथुरा में अलग अलग फंसे गुजरातियों को पहले एकत्रित किया गया फिर विशेष व्यवस्था कर रवाना किया गया…

मथुरा। लाॅकडाउन में फंसे गुजरतियों को उनके घर तक पहुंचाने की विशेष व्यवस्था की गई। जनपद के विभिन्न स्थानो पर फंसे हुए गुजरात के लोगों का पहले पता लगा कर एकत्रित किया गया उसके बाद बसों और निजी वाहनों से उन्हें गुजरात उनके घर भेजा गया।

गोकुल से 54 गुजराती तीर्थयात्रियों को शुक्रवार को उनके घर भेजा गया। यहां धार्मिक यात्रा पर आये ये लोग करीब 10 मार्च से यहां थे। लाॅकडाउन लगने के बाद ये से लोग यहां फंस गये थे। गोकुल में पफंसे हुए लोग लगातार गोकुल चेयरमैन संजय दीक्षित के संपर्क में थे और लगातार उनसे उन्हें गुजरात उनके घर भिजवाने का अनुरोध कर रहे थे। कुछ यात्री तो पोरबंदर और राजकोट के सांसद के पत्र भी लाये थे। इसकी सूचना चेयरमैन ने जिला प्रशासन और प्रदेश की राज्यपाल आनंदी बेन पटेल के सचिव अशोक भाई देशायी व यकूर भाई को भी दी। सोशल मीडिया पर संजय दीक्षित ने  अलग अलग ग्रुप में मैसेज भेज कर अनुरोध किया कि गुजराती कोई कहीं फंसा है तो उनसे संपर्क करे। इसके बाद अशोक भाई देशाई ने जतीपुरा से 22, वृंदावन से पांच, मथुरा से तीन और गोकुल नगरपंचायत से 24 तीर्थ यात्रियो को बस से व गुजारती वैष्णवों को निजी वाहनों से गुजरात भेजे जाने की व्यवस्था की। गुजरात रवाना होने से पहले इन लोगों के चहरों पर अलग ही खुशी थी। केतन भाई, पंकज भाई, कोकिला वेन, गीता वेन, भीभ जी, आदि ने प्रयासों के  लिए गोकुल चेयरमैन संजय दीक्षित का आभार जताया और जिला प्रशासन की भी सराहना की। चेयरमैन गोकुल संजय दीक्षित ने इनके रवाना होने से पहले इनके लिए जलपान और दूसरी जरूरी वस्तुओं की व्यवस्था कराई। जिन लोगों के पैसे खत्म हो गये थे और उनके पास भाडा भी नहीं था। उनके भाडा भी चेयरमैन संजय दीक्षित ने जमा कराया। गुजराती लोगों को रवाना करने से पहले उपजिलाधिकारी मथुरा क्रांति शेखर, उपजिलाधिकारी महावन हनुमान प्रसाद, चेयरमैन गोकुल संजय दीक्षित, अधिशासी अधिकारी राकेश सरोज, सभासद प्रवीना तिवारी आदि मौजूद रहे।

शुक्रवार को गुजरात के लिए रवाना होते लाॅकडाउन में फंसे लोग।

मथुरा जनपद के विभिन्न स्थानों से गुजरातियों को एकत्रित कर रवाना करते प्रशासनिक अधिकारी और चयेरमैन

संवाददाता अमित गोस्वामी की रिपोर्ट