*लेखपाल की बड़ी लापरवाही शासन के आदेशों का कर रहे उल्लंघन*

 

*लेखपाल की बड़ी लापरवाही शासन के आदेशों का कर रहे उल्लंघन*

*क्वॉरेंटाइन में मौजूद आधा दर्जन लोगो से लेखपाल बोले घर से मंगवा कर खाना खाओ*

*निगोहा/लखनऊ*: कोरोना महामारी वायरस के चलते जहां एक तरफ सरकार पूरी तरह सतर्क है और शासन प्रशासन में बैठे अधिकारियों को सख्त हिदायत दे चुके है की कोई गरीब जरूरतमंद असहाय भूखे व पलायन कर रहे लोग भूखे ना रहे वही तहसील मोहनलालगंज के लेखपाल के उदासीनता के चलते क्वॉरेंटाइन हुए लोगो की सुध लेने के लिए कोई नहीं पहुंचता। मिली जानकारी के अनुसार तहसील क्षेत्र मोहनलालगंज निगोहा इलाके के मीरख नगर स्थित पूर्व माध्यमिक विद्यालय में बाहर से आए हुए लोगों के लिए क्वॉरेंटाइन स्थल बनाया गया है , जहां इस समय आधा दर्जन से अधिक लोग क्वॉरेंटाइन स्थल में उपस्थित हैं। रुके हुए संदिग्धों के लिए प्रशासन ने कोई व्यवस्था नहीं की। सुशील अभिषेक गुड्डू विजय ने बताया कि हम लोग मजदूरी के लिए बाहर गए थे, लेकिन जब हम लोग अपने गंतव्यो पर वापस आए तभी 29 मार्च से हम लोगों को क्वॉरेंटाइन स्थल पर रखा गया है यहां 13 दिन बीत गए हैं , लोगों के मुताबिक मौजूदा लेखपाल अमर सिंह इन 13 दिनों में एक दिन आए थे जो कुछ खाद्य सामग्री बाहर ही दे गए थे वहीं से फोटो खिंचवाने के साथ चलता बने, स्थल पर दोबारा नहीं आये , लोगों ने बताया कि लेखपाल के द्वारा दिया गया आटा बिल्कुल खराब और घटिया किस्म का था, जिसे खाने पर बालू जैसी खिसखिसाहट आ रही थी, जिस पर हम लोगों ने लेखपाल अमर सिंह के मोबाइल नंबर पर बात किया तो बोले कि अपने-अपने घरों से खाना मंगवा कर खाओ, बताया कि उसी दिन से हमारे घरों से परिजन खाना लेकर हम लोगों के लिए आते हैं। जब अपने अपने घरों से ही खाना खाना है तो सोशल डिस्टेंस का क्या मतलब है। तहसील प्रशासन के कर्मचारियों की उदासीनता के चलते क्वॉरेंटाइन हुए लोगों को उनके स्थलों तक नहीं मिल पा रहा सही भोजन जिससे लोग परेशान हैं । तहसील प्रशासन के कर्मचारियों द्वारा क्वॉरेंटाइन हुए लोगों को न तो मास्क दिया गया और न ही सेनीटाइजर दिया गया और न तो परिजनों को दिया गया बिना मास्क लगाए ही खाना देने पहुंचते हैं परिजन, क्वॉरेंटाइन स्थल पर ऐसे में यह साफ जाहिर होता है की तहसील मोहनलालगंज एसडीएम पल्लवी मिश्रा के सख्त हिदायत के बावजूद भी लेखपाल की लापरवाही सामने आई । ऐसे में लेखपाल उच्च अधिकारियों के आदेशों का उल्लंघन करने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं।

*संवाददाता अनुराग तिवारी की रिपोर्ट*