9 बजे दिखाई पड़ा। जहां हर कोई घर की छतों पर दीपमालाओं के बीच शंखनाद और पटाखों की गूंज में तल्लीन था…

9 बजे दिखाई पड़ा। जहां हर कोई घर की छतों पर दीपमालाओं के बीच शंखनाद और पटाखों की गूंज में तल्लीन था…

फर्रूखाबाद। अपरा काशी की धरती पर शायद यह सदियों में पहली बार हुआ जब अद्भुत, विहंगम और गंगा-जमुनी तहजीब का दृश्य ठीक 9 बजे दिखाई पड़ा। जहां हर कोई घर की छतों पर दीपमालाओं के बीच शंखनाद और पटाखों की गूंज में तल्लीन था तो महिलायें घरों में थालियां बजाकर कोरोना से जंग का ऐलान कर रही थीं। खुद जिलाधीश मानवेन्द्र सिंह अपने सरकारी आवास में सपत्नीक दीपमाला जलाने में जुटे थे। ऐसा अद्भुत नजारा सदियों में पहली बार देखने को मिला जब बगैर दीवाली भारतभूमि पर एक बार फिर दीपशिखा अपने आगोश में पूरे देश को एक सूत्र में पिरोते दिखी।
अतुल्य भारत, अद्भुत भारत की यह तस्वीर विश्व भर में महामानव के रूप में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की एक आवाज भर में सराबोर थी। पूरा विश्व कोरोना से इस लड़ाई को लड़ रहा है। ऐसे में भारत आज पीएम नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में सुपर पाॅवर से भी ज्यादा मजबूती के साथ इस वैश्विक महामारी का मुकाबला करने में सक्षम है। अपने प्रधानमंत्री की एक आवाज का सम्मान करने वाली भारतभूमि का हर भारतवासी पूरी लगन और श्र(ा से अनुपालन में जुटा है। यह बड़ी बात है कि बीती रात जैसे ही घड़ी सुइयां 9 बजाती हैं वैसे ही भारत माता की जय और कोरोना मुर्दाबाद के नारों से अपराकाशी कही जाने वाली फर्रुखाबाद की धरती गुंजायमान हो उठी। पटाखों की गूंज और दीपों की झिलमिलाहट ने यहां की धरती समेत पूरे विश्व के मानचित्र में भारतवर्ष को दीपशिखा में सराबोर कर दिया।
जिलाधिकारी मानवेन्द्र सिंह और उनकी समाजसेविका पत्नी श्रीमती मंजू सिंह ने अपने सरकारी आवास में पूरे स्टाफ के साथ सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए दीप जगमगाये। जिलाधीश श्री सिंह ने अपने हाथों से दीपों की थाली उठाकर आवास में दीवाली रोशन कर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अपील को पूरा किया।

पत्रकार राहुल सिंह चौहान की रिपोर्ट…