अधिवक्ता अदित्य शंकर पांडेय ने जरूरतमंदों को लंच पैकेट के साथ कोरोना से बचने की उपाय भी बताएं…
राजधानी/ लखनऊ: मोहनलालगंज निवासी अदित्य शंकर पांडेय पेशे से अधिवक्ता है आमतौर पर तो हमेशा बेसहारों के लिए खड़े रहने वाले एवं निःस्वार्थ मन से जनसेवा में लगे रहने वाले अदित्य शंकर पांडेय की नेकदिली उनके प्रीत नेक भावनाओं से ही मालूम होती है जो व्यक्ति ग़रीब है जिनके लिए सरकार बड़े बड़े दावे तो करती है लेकिन ऐसे वर्ग के लोगों तक सरकार की ओर से मिलने वाली सहायताओं को ज्यादातर बिचोलिये निगल जाते हैं लेकिन भगवान सब कुछ देख रहा है यह गरीबों के जबान पर होता है ऐसे गरीब जिनके घर दो वक्त की रोटी नहीं है बनाने के लिए लेकिन अगर कोई अमीर उनके दरवाजे भूखे पेट पहुंच जाए तो वह गरीब अपना खाना उस अमीर व्यक्ति को खिला देता है जबकि वह खुद भूंखा रह जाता है और वही कोई गरीब व्यक्ति अमीर के दरवाजे पहुंच जाए तो उसको दुत्कार कर भगा दिया जाता है इसी से मालूम होता है कि अमीर अमीर होकर भी गरीब है और गरीब गरीब होकर भी अमीर ऐसे परिवारों को बच्चों को बुजुर्गों को महिलाओं को ऐसे गरीब लोगों में अदित्य शंकर पांडेय द्वारा निःस्वार्थ मन से समाजसेवा का शुक्रवार को एक यह रूप भी देखने को मिला जहाँ गरीबों असहायों के गाँव गाँव घर घर जाकर अपने हाथों से घर में बनाया हुआ खाना स्वयं वितरित किया। कोरोना नामक वायरस महामारी के रूप में देश भर गया में न फैले इसके लिए सरकार द्वारा लॉक डाउन पूरे देश भर में लागू किया गया है जिसके बाद से कई लोगों की रोजीरोटी पर खासा असर देखने को मिला घरों में ग़रीब भूंखे सोने लगे। यह सब देख अदित्य शंकर पांडेय से रहा नही गया और अपने घर में ही अपने हाथों से 500 व्यक्तियों का खाना तैयार किया डिब्बों में पैक किया और स्वयं गांव गांव घर घर निकल पड़े बाँटने और जहाँ जो गरीब असहाय मिला खाना वितरित किया। कई ग्राम सभा में खाने के पैकेट बांटे जैसे मोहनलालगंज दौलतगंज गौरा जबरौली जैसे कई गांवों में घर घर जाकर खाना वितरित किया। इस अच्छे कार्यों में उनके साथ दशरथ अवस्थी स्वतंत्र मिश्रा मीना मिश्रा पतित पावन अवस्थी उत्कर्ष अवस्थी राम चौरसिया मौजूद रहे।
संवाददाता अनुराग तिवारी की रिपोर्ट…