रामनवमी के मौके पर जहां हर वर्ष कन्या भोज के कारण कन्याओं का टोटा पड़ जाता था…
मन्दिरों में माता के दर्शन करने के लिए लम्बी-लम्बी कतारें लगती थीं…
वहीं इस बार माता के भक्तों ने घरों में रहकर पूजा-अर्चना कर कोरोना वायरस के कहर से देश की रक्षा करने की मां दुर्गा से प्रार्थना की है…
फर्रुखाबाद/उत्तर प्रदेश:। कोरोना के भय की वजह से रामनवमी के मौके पर जहां हर वर्ष कन्या भोज के कारण कन्याओं का टोटा पड़ जाता था, मन्दिरों में माता के दर्शन करने के लिए लम्बी-लम्बी कतारें लगती थीं लेकिन इस बार न कहीं मन्दिर में दर्शनार्थी पहुंचे और न ही कन्या भोज का आयोजन किया गया।
वैसे तो लोग नवरात्रि में नौ दिन व्रत रहकर तरह-तरह से माता की पूजा-अर्चना करते थे। रामनवमी के दिन विधि-विधान से पूजा करने के साथ ही कन्या भोज आदि का भी जगह-जगह आयोजन होता था। भण्डारा और प्रसाद वितरण भी जगह-जगह किया जाता था लेकिन इस बार कोरोना की वजह से कहीं कुछ भी नहीं हुआ। सरकार के आदेश का पालन करते हुए सभी माता के भक्त अपने घरों में रहे। मन्दिरों में भी कपाट बंद करके अन्दर ही हवन-पूजन आदि का आयोजन किया गया।
एक कन्या को मंदिर में ले जाकर पुजारियों ने कन्या पूजन भी किया है। मन्दिरों के आस-पास के आज के दिन मेले लगा करते थे। दूर-दूर से लोग माता रानी की पूजा और दर्शन करने के लिए पहुंचते थे लेकिन कोरोना के कारण हर जगह सूना-सूना ही रहा। माता के भक्तों ने घरों में रहकर पूजा-अर्चना कर कोरोना वायरस के कहर से देश की रक्षा करने की मां दुर्गा से प्रार्थना की है।
पत्रकार राहुल सिंह चौहान की रिपोर्ट…