वर्चस्व को लेकर जेल में हुई जंग, एक कैदी की मौत…

वर्चस्व को लेकर जेल में हुई जंग, एक कैदी की मौत…

जेल वार्डन सहित आधा दर्जन से अधिक घायल…

आधा दर्जन से अधिक लोगों पर मामला दर्ज…

इटावा/उत्तर प्रदेश: – बीती रात जिला जेल में वर्चस्व के लेकर हुई जंग में एक कैदी की मौत हो गई। जेल में कैदियों ने जेल कर्मियों पर हमला बोल दिया था जिसमें डिप्टी जेलर, बंदी रक्षक व कैदियों समेत 25 से 30 लोग घायल हुए थे। जेल में बबाल कराने वाले कैदियों में आगरा जेल से आये मुन्ना खालिद व कानपुर जेल से आये मोनू पहाड़ी का नाम जिला प्रशासन द्वारा सामने लाया गया था। बबाल के बाद स्थिति को नियंत्रण में करने के लिये जेल प्रशासन को हल्का बल प्रयोग भी करना पड़ा था, जिसमें कई कैदी घायल हो गए थे। घायलों का जिले में ही इलाज किया जा रहा था। एक कैदी मोनू पहाड़ी की स्थिति गंभीर होने पर जिला अस्पताल भेजा गया था जहां डॉक्टरो ने उसे मृत घोषित कर दिया। मृतक पर दो हत्या, लूट, गैंगिस्टर सहित आधा दर्जन मामले दर्ज थे। मृतक 7 अक्टूर सन् 16 को शासन के आदेश से जिला जेल इटावा भेजा गया था। मृतक का पोस्टमार्टम प्रशासन ने तीन डाक्टरों के पैनल से वीडियोग्राफी से कराया गया है। शुक्रवार को मृतक का शव परिजनों को सौंपा जाएगा। परिजन शव को मृतक आवास मगदूमनगर जाजमऊ कानपुर ले जाएंगे वहीं मृतक का शव दफनाया जाएगा।
बुधवार देर शाम हुई घटना को लेकर जेलर ने नौ कैदियों समेत 15-20 अन्य बंदियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई है। कैदियों पर लोकसेवक में भय पैदा करने की मंशा से हमला करने का आरोप है। दर्ज रिपोर्ट में कहा गया कि नंबरदार बंदियों के आत्मरक्षा में किए गए हमले में मुन्ना खालिद व मोनू पहाड़ी के गंभीर चोटे आई। जेलर आरके सिंह ने दर्ज कराई रिपोर्ट में कहा कि 1 अप्रैल की शाम 7 बजे डिप्टी जेलर जगदीश प्रसाद बैरक संख्या 6-8 अहाते में जेल वार्डन हैड प्रभारी पुरुषोत्तम सिंह, जेल वार्डन प्रभारी अंकित पाठक, नंबरदार बंदियों सत्यवीर, छुन्नालाल, राम खिलावन आदि के साथ बंदियों की तलाशी और गणना का कार्य करा रहे थे तभी बंदी मुन्ना खालिद पुत्र अब्दुल रहीम, मोनू पहाड़ी उर्फ राशिद पुत्र नासिर अली व उसके साथ मौजूद बंदियों ताजुद्दीन पुत्र बसरूद्दीन, रामकुमार पुत्र छोटेलाल, अंकित फौजी पुत्र रामचंद, दिलीप दुर्वेश पुत्र रामशंकर, डबलू अनिरुद्ध पुत्र अशोक, शिवामणि पुत्र शिवशंकर, संजय उपाध्याय पुत्र वीर प्रताप आदि 15-20 अन्य बंदियों ने एक साथ योजनाबद्ध ढंग से डिप्टी जेलर जगदीश प्रसाद व उनके साथ मौजूद लोगों पर हमला कर दिया। शोर सुनकर डिप्टी जेलर सिब्ते हसन जाफरी, हैड जेल वार्डन मुन्नू सिंह, बंदी सुधीर, महेंद्र, प्रदीप, प्रबल, मनीष, आमिर आदि पहुंचे तो उनके ऊपर भी हमला कर दिया। जिससे उनके चोटें आई। बंदी सुधीर, महेंद्र, प्रदीप, प्रबल, मनीष व आमिर ने हमलावर कैदियों से बचाव की कोशिश की और हिंसा पर उतारू कैदियों पर बल प्रयोग किया। जिसमें ताजुद्दीन, रामकुमार, अंकित फौजी, दिलीप दुर्वेश, डबलू, शिवामणि और संजय के भी चोटें आई। आत्मरक्षा के लिए नंबरदार बंदियों ने भी हमला किया। जिसमें मुन्ना खालिद व मोनू पहाड़ी को गंभीर चोटें पहुंची। सिविल लाइन थाना प्रभारी निरीक्षक मदन गोपाल गुप्ता ने बताया कि रिपोर्ट दर्ज कर पुलिस मामले की जांच कर रही है। थाने में धारा 147, 323, 353, 308, 332, 34 ओर 7 आपराधिक कानून अधिनियम के तहत मामला दर्ज कराया गया है।

पत्रकार नितेश प्रताप सिंह… जनपद इटावा…