परिवार के नाम का दुरुपयोग कर खुद को मूर्ख बना रहीं शर्मिला : वाईएसआर कांग्रेस के नेता…
अमरावती (आंध्र प्रदेश), 22 जनवरी । आंध्र प्रदेश कांग्रेस कमेटी (एपीसीसी) की अध्यक्ष वाई.एस. शर्मिला अपने परिवार के नाम का दुरुपयोग कर न सिर्फ लोगों में भ्रम की स्थिति बना रही हैं बल्कि खुद को भी मूर्ख बना रही हैं। सत्तारूढ़ युवजन श्रमिक रायथू (वाईएसआर) कांग्रेस पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने यह बात कही।
राज्य में वाईएसआरसीपी सरकार के सलाहकार (सार्वजनिक मामले) और पार्टी के वरिष्ठ नेता एस रामकृष्ण रेड्डी ने कहा कि एपीसीसी का पदभार संभालने के बाद शर्मिला के भाषण में शब्दों के चयन व लहजे और जिस ढंग से उन्होंने अपने भाई को संबोधित किया उसे सुनकर पार्टी के सभी नेताओं को बहुत बुरा लगा।
रामकृष्ण रेड्डी ने रविवार को संवाददाताओं से कहा, ”वह लोगों के बीच भ्रम की स्थिति पैदा करने के लिए अपने पारिवार के नाम ‘वाईएस’ का दुरुपयोग कर खुद को मूर्ख बना रही हैं। यहां भ्रम के लिए कोई जगह नहीं है और किसी को भी भ्रमित होने की कोई जरूरत नहीं है।”
रेड्डी ने कहा कि शर्मिला द्वारा अपने बड़े भाई पर किये गये कटाक्ष से पार्टी कार्यकर्ता बेहद आहत हुए हैं।
रामकृष्ण रेड्डी ने कहा कि उन्हें शर्मिला के प्रति ‘दया’ की भावना महसूस होती है क्योंकि वह तेलंगाना में अपने ‘प्रयोगों’ के बाद अचानक से आंध्र प्रदेश में उभरी हैं।
उन्होंने शर्मिला को याद दिलाया कि यह वही पार्टी है, जिसने उनके भाई जगन मोहन रेड्डी को कथित तौर पर अवैध रूप से 16 महीने के लिए जेल में डाला था और भ्रष्टाचार के मामलों में उनके पिता वाई एस राजशेखर रेड्डी का नाम लिया था।
उन्होंने आरोप लगाया कि शर्मिला का मकसद चंद्रबाबू नायडू को मुख्यमंत्री बनाना है। उन्होंने कहा कि नायडू, राजशेखर रेड्डी के समर्थकों के वोटों को विभाजित करने के लिए शर्मिला को अपने आखिरी हथियार के रूप में इस्तेमाल कर रहे हैं।
रामकृष्ण रेड्डी ने कहा कि शर्मिला ने अपने भाई के जेल जाने पर उनका समर्थन किया था लेकिन अब वह उन्हें कथित तौर पर तानाशाह कहने की हद तक पहुंच गई हैं।
हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…