अयोध्या में मस्जिद निर्माण के लिए ट्रस्ट की रूपरेखा तैयार, सुन्नी वक्फ बोर्ड की बैठक 5 मार्च को…
अयोध्या के रौनाही में पांच एकड़ जमीन पर मस्जिद का निर्माण इंडो-इस्लामिक कल्चरल फाउंडेशन की देखरेख में होगा। सुन्नी वक्फ बोर्ड ने मस्जिद निर्माण के लिये ट्रस्ट की रूपरेखा तैयार कर ली है। ट्रस्ट के गठन पर अंतिम मुहर लगाने के लिये बोर्ड ने 5 मार्च को बैठक बुलाई है। बैठक के बाद ट्रस्ट का खुलासा होने की उम्मीद है।इस जमीन पर मस्जिद के अलावा चैरिटेबल अस्पताल, भारतीय तथा इस्लामिक सभ्यता के अध्ययन के लिये रिसर्च केंद्र व पब्लिक लाइब्रेरी बनाई जाएगी। भरोसेमंद सूत्रों के मुताबिक बोर्ड ने ट्रस्ट का नाम इंडो इस्लामिक कल्चरल फाउंडेशन तय किया गया है। ट्रस्ट के गठन की घोषणा के बाद जमीन लेने की प्रक्रिया पूरी की जाएगी।
बोर्ड के चेयरमैन रहेंगे अध्यक्ष, सरकार की भी नुमाइंदगी: ट्रस्ट में अध्यक्ष सहित करीब 10 सदस्य रहेंगे। इनमें कानून के जानकार के अलावा सरकार का एक प्रतिनिधि भी होगा। सूत्रों के मुताबिक ट्रस्ट के अध्यक्ष पद पर बोर्ड के चेयरमैन जुफर फारूकी का नाम तय है। ट्रस्ट में बोर्ड के चेयरमैन के भरोसेमंद सदस्यों को तरजीह दी गई है। इनमें मो. जुनीद सिद्दीकी, विधायक अबरार अहमद, अदनान फर्रूख शाह, जुनैद सिद्दीकी और सैयद अहमद अली को फारूकी का भरोसेमंद माना जाता है।
ट्रस्ट में बोर्ड से बाहर के सामाजिक कार्यकर्ता व स्कॉलर को भी शामिल किया गया है। बाबरी मस्जिद विवाद को सुलह समझौते से हल करने के पैरोकार रहे राजधानी के एक स्कॉलर का भी ट्रस्ट में शामिल होना तय है।
आर्थिक संसाधन के लिये ट्रस्ट से जुड़ेंगी नामचीन हस्तियां: पांच एकड़ जमीन पर मस्जिद व अन्य संस्थान के निर्माण के लिये आर्थिक संसाधन की व्यवस्था करना ट्रस्ट की जिम्मेदारी होगी। जानकारों की माने तो ट्रस्ट के गठन का एलान होने के बाद इसके विस्तार में देश की बड़ी सामाजिक हस्तियों के साथ ही जनहितैषी बिजनेसमैन को भी शामिल किया जाएगा।
हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…