!!.मध्य प्रदेश में राजनीतिक ड्रामा कांग्रेस एवं भाजपा का नूरा कुश्ती में पिस्ते विधायक…
10 विधायकों के खरीद फरोख्त के आरोप, 6 विधायक वापस आये कांग्रेस के पाले में…
4 विधायक (निर्दलीय ) अभी भी लापता.!!
मध्य प्रदेश की सियासत में कांग्रेस और भाजपा की नूरा कुश्ती विधायक पिस रहे हैं l देश में एक तरफ कोरोना वायरस के खोंफ से कोहराम मचा है, तो दूसरी तरफ मध्य प्रदेश की राजनीति में भूचाल आया हुआ है। कांग्रेस के आधा दर्जन विधायक सहित 4 निर्दलीय विधायकों के हरियाणा के गुरुग्राम स्थित होटल में रखे जाने की खबर के बाद हंगामा मचा हुआ है। कांग्रेस के नेता पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय ने भाजपा नेता शिवराज सिंह और नरोत्तम मिश्रा पर विधायकों की खरीद फरोख्त के आरोप लगाए हैं। जबकि शिवराज ने मीडिया से चर्चा करते हुए कांग्रेस के आरोपों को निराधार बताया है। कहा कि कांग्रेस आंतरिक कलह से जूझ रही है। विधायक सरकार से नाराज हैं। यह उनका मसला है।
जबकि कांग्रेस के नेता प्रवक्ता लगातार भाजपा के सिर आरोप मढ़ कर कह रहे हैं कि भाजपा द्वारा एक बार फिर कर्नाटक प्रकरण के प्रयास प्रदेश में किये जा रहे हैं। लेकिन हमारी सरकार को कोई खतरा नही है। कांग्रेस के सभी विधायक एकजुट हैं l मुख्यमंत्री कमलनाथ इस पूरे मामले पर नजर बनाए हुए हैं। वहीं अभी सिंधिया समर्थक विधायकों की भूमिका सन्नाटे में है। दिग्विजय सिंह जहां सरकार के बचाव में मोर्चा संभाले हुए हैं,वहीं सिंधिया इस राजनीतिक ड्रामे को शांत भाव से देख रहे हैं। प्रदेश भाजपा कार्यालय से लेकर कांग्रेस कार्यालय में नेताओं, कार्यकर्ताओं का जमावड़ा लगा हुआ है। मीडिया के सामने भाजपा नेता विधायकों की खरीद फरोख्त से इंकार कर रहे हैं। प्रदेश अध्यक्ष भाजपा बीड़ी शर्मा, नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव आदि ने भी इंकार करते हुए कहा कि यह कमजोर और भ्रष्ट सरकार है। दिग्विजय सिंह ने तो पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह और नरोत्तम मिश्रा पर भारी भ्रष्टाचार कर अकूत कमाई करने का आरोप भी लगाया है। इन्होंने कहा कि विधायकों को देने के लिए थैले भर भर कर नोट भेजे गए हैं। हालांकि,अभी तक इस बात की कोई पुष्टि नही हो पाई है।आरोप प्रत्यारोप के बीच अभी भी 4 निर्दलीय विधायकों के बेंगलुरु ले जाने की खबरें आ रही हैं। इस राजनीतिक ड्रामे का पटाक्षेप निर्दलीय विधायकों के वापसी के बाद ही होने की संभावना है। फिलहाल, सरकार गिरेगी या बचेगी इसके कयास लगाए जा रहे हैं।
पंकज पाराशर की रिपोर्ट…