शुष्क नेत्र रोग के निवारक उपायों पर की चर्चा…
अलीगढ़, । अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के जेएन मेडिकल कॉलेज के नेत्र विज्ञान संस्थान द्वारा मोतियाबिंद सर्जरी के बाद शुष्क आंख की बीमारी में वृद्धि पर विचार विमर्श के लिए एक क्लिनिकल बैठक का आयोजन किया गया।
संस्थान के निदेशक, प्रोफेसर एके अमितावा ने ड्राई आई के मामलों में वृद्धि पर चर्चा की, जो कि विशेष रूप से बच्चों और युवा वयस्कों में, कोविड-19 महामारी के दौरान स्क्रीन के उपयोग में वृद्धि के कारण काफी बढ़ गया है। उन्होंने कहा कि आंकड़ों से पता चलता है कि भारत में लगभग 30 प्रतिशत ड्राई आई का प्रचलन है, इनमें से 37 प्रतिशत मामले मोतियाबिंद सर्जरी के बाद के रोगियों के होते हैं।
नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ. एम. साकिब ने विभिन्न आंसू विकल्पों पर प्रकाश डाला और विशेषकर गर्मी के महीनों में आँखों के संरक्षण के लिए रेफ्रिजरेशन पर जोर दिया।
वरिष्ठ रेजिडेंट डॉ. आयशा ने ड्राई आई रोग के कारणों और इससे निपटने में आने वाली चुनौतियों पर गहराई से चर्चा की। उन्होंने इंट्राओक्युलर सर्जरी के बाद वृद्धावस्था, बार-बार स्क्रीन उपयोगकर्ताओं और बच्चों में कंजंक्टिवाइटिस के बाद ड्राई आई पर प्रकाश डाला। डा जिया सिद्दीकी ने मोतियाबिंद सर्जरी के बाद ड्राई आई के कारणों के बारे में जानकारी दी और निवारक उपायों पर चर्चा की।
हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…