पंजाब की लैमरिन टेक स्किल्स यूनिवर्सिटी से गरीब बच्चे भी कर सकेंगे बीटेक…

पंजाब की लैमरिन टेक स्किल्स यूनिवर्सिटी से गरीब बच्चे भी कर सकेंगे बीटेक…

भारत के युवाओं के कौशल को वैश्विक स्तर पर निखारने व रोजगार के योग्य बनाने में मिलेगी मदद: डा. संदीप कौरा…

 लखनऊ। पंजाब की लैमरिन टेक स्किल्स यूनिवर्सिटी से आर्थिक स्तर पर कमजोर देश भर के छात्र/छात्राएं बीटेक कर सकेंगे। यूनिवर्सिटी के चांसलर डॉ. संदीप सिंह कौरा ने आज यहां रायल कैफे में पत्रकारों से वार्ता करते हुए कहा कि यूनिवर्सिटी की यह शैक्षिक योजना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दृष्टिकोण के अनुरूप है। भारत के युवाओं को वैश्विक स्तर के कौशल को निखारने और उन्हें घरेलू और विदेशी बाजार में रोजगार के योग्य बनाने के लिए एक मंच प्रदान करके भारत को विश्व की कौशल राजधानी के रूप में स्थापित करेगा। 
            डॉ कौरा ने आगे बताया कि यूनिवर्सिटी का पूरा फोकस व्यावहारिक शिक्षा और उद्योग में नौकरी की तैनाती पर है। उन्होने कहा कि न्यूनतम 70% अंक वाले मेधावी छात्र आईबीएम कार्यक्रम में शामिल होने के लिए पात्र होंगे, जबकि न्यूनतम 60% अंक वाले अन्य पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए पात्रता मानदंड हैं और हम यह सुनिश्चित करेंगे कि यूनिवर्सिटी की फीस मेधावी और विनम्र पृष्ठभूमि के छात्रों के लिए बाधा न बने। हमने छात्रों की फाइनेंसियल मदद आसानी से पूरा करने के लिए ( Collateral Free ) संपार्श्विक (बिना किसी भी गॉरन्टी के) फाइनेंस लोन  के लिए राष्ट्रीय कौशल विकास निगम (NSDC) के साथ समझौता किया है। 
              डॉ. कौरा ने कहा कि विश्वविद्यालय में उत्कृष्टता केंद्र (COE - सेंटर ऑफ़ एक्सीलेंस) के विभिन्न कार्यक्रमों के तहत 1360 सीटें हैं, विशिष्ट प्रशिक्षण केंद्र (under Centre of Specialized Training (CoST) ) के तहत 3500 सीटों और सरकाइ के सेंटर ऑफ वोकेशनल ट्रेनिंग (सीओवीटी) के तहत वित्त पोषित 4000 सीटों और लर्न एंड अर्न के तहत 1000 सीटों उपलब्ध  है। प्रेस वार्ता में संजीव मेहता ने बताया कि पहली बार किसी भी भारतीय विश्वविद्यालय ने IBM के साथ मिलकर अगली पीढ़ी को प्रशिक्षित करने के लिए Industry  द्वारा बनाए गए विश्व स्तरीय कौशल कार्यक्रम की शुरुआत की है। 
             एलटीएसयू के रजिस्ट्रार प्रोफेसर बीएस सत्याल ने एनएसडीसी राष्ट्रीय कौशल विकास निगम के साथ एलटीएसयू के सहयोग के बारे में विस्तार से बताया। उन्होनेआगे कहा कि हमारे एनरोलमेंट पार्टनर EFOS.in की मदद से आईबीएम द्वारा आयोजित प्रवेश परीक्षा के लिए बी.टेक सीएसई के लिए,भारत के 27 राज्यों से  कई हज़ार उम्मीदवार पहले ही आवेदन कर चुके हैं। इएफओएस इन के संस्थापक सचिन जैन ने बताया कि 15+ राज्यों के 300+ चयनित उम्मीदवारों ने यूनिवर्सिटी परिसर में जाकर बिना किसी  गारंटी के 4-5 घंटे की प्रक्रिया के अंदर प्रवेश पत्र और लोन को स्वीकृत किया है। इस प्रोग्राम के लिए केवल मेधावी उम्मीदवारों को शॉर्टलिस्ट किया जाता है और उसके बाद उन्हें आईबीएम द्वारा आयोजित एक प्रवेश परीक्षा से गुजरना पड़ता है और योग्यता के आधार पर उन्हें इस कार्यक्रम में प्रवेश का अवसर दिया जाता है।
           लैमरिन टेक स्किल्स यूनिवर्सिटी पंजाब भारत में अपनी तरह की पहलीस्किल यूनिवर्सिटी है, जिसे आईबीएम ने एंकर पार्टनर, टाटा टेक्नोलॉजीज और एनसिस नेइंडस्ट्री पार्टनर के रूप में स्थापित किया है। विश्वविद्यालय पंजाब के राज्य अधिनियम संख्या 22 2021 के तहत सरकार द्वारा स्थापित किया गया है और यूजीसी, नई दिल्ली द्वारामान्यता प्राप्त है। एलटीएसयू 100 एकड़ के विशाल परिसर में रोपड़ के पास सतलुज नदीके तट पर शिवालिक रेंज की तलहटी में स्थित है। विश्वविद्यालय का उद्देश्य भारत को कौशल आधारित कार्यबल में वैश्विक पहचान बनाना, वैश्विक तकनीकी दिग्गजों के साथ मिलकर विभिन्न कार्यक्रम तैयार करना, प्रमुख उद्योग विशेषज्ञों, अभ्यासकर्ताओं और शिक्षाविदों द्वारा निर्देशित पाठ्यक्रम तैयार करना और छात्रों को  शकौशल आधारित पाठ्यक्रमों में प्रशिक्षण के माध्यमसे तैयार करके उद्योगों के लिए तैयार करना है। 
            इन उद्देश्यों को प्राप्त करने के लिए लैमरिन टेक स्किल्स यूनिवर्सिटी पंजाब ने आईबीएम (IBM) के साथ मिलकर कंप्यूटर विज्ञान और इंजीनियरिंग में बी.टेक, एनसिस (Ansys) के सहयोग से डिजाइन और विनिर्माण में विशेषज्ञता के साथ बी.टेक मैकेनिकल इंजीनियरिंग में नौकरी उन्मुख कौशल कार्यक्रम सफलतापूर्वक शुरू किया है। 

विशेष संवाददाता विजय आनंद वर्मा की रिपोर्ट, , ,