प्राचीन शिव मंदिर के पीछे गंदगी का अंबार फैल रही बीमारियां स्वच्छता अभियान की उड़ रही धज्जियां…

प्राचीन शिव मंदिर के पीछे गंदगी का अंबार फैल रही बीमारियां स्वच्छता अभियान की उड़ रही धज्जियां…

मोहनलालगंज स्थित प्राचीन शिव मंदिर आज भी बदहाली के आंसू बहा रहा है। प्राचीन शिव मंदिर के आसपास गंदगी का अंबार लगा हुआ है साथ ही बगल में सब्जी मंडी होने के कारण स्थानीय सब्जी विक्रेता सड़ी गली सब्जियां नालियों में बहा देते हैं जिससे यहां पर आने वाले श्रद्धालुओं को भारी दुर्गंध का सामना करना पड़ता है प्राचीन शिव मंदिर होने के कारण यहां कई मंत्री यहां तक कि उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा भी यहां पर आ कर गए प्राचीन शिव मंदिर में मत्था टेक कर गए। फिर भी मंदिर आज तक बदहाली के आंसू बहाने पर मजबूर है। बात करें अगर स्थानीय लोगों की तो अति प्राचीन मंदिर होने के कारण यहां पर रोजाना हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं का आना जाना लगा रहता है।मोहनलालगंज कस्बा स्थित प्रसिद्ध प्राचीन शिव मंदिर जो कि शिवाला नाम से जाना जाता है प्राचीन शिव मंदिर से भक्तों की आस्था जुड़ी हुई है जहाँ पर लाखों की संख्या में श्रद्धालुओं का दूर दूर से आकर दर्शन करना लगा रहता है इस प्राचीन शिव मंदिर के चारों ओर फैली हुई गन्दगी से गंदी दुर्गंध बनी हुई है जिसकी वजह से सांस लेने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। जिसको लेकर शिव भक्तों में रोष व्याप्त है मोहनलालगंज कस्बे स्थित प्राचीन शिव मंदिर शिवाला नाम से जाना जाता है जिसके पीछे कूड़ो का अंबार लगा हुआ है स्थानीय लोगों द्वारा फैलाई गई गन्दगी स्थानीय दुकानदारों द्वारा फेंकी गई सब्जियों और बजबजाती हुई नालियों की वजहों से मंदिर के बगल में भयानक दुर्गंध फैली हुई है जिस पर किसी भी जिमेदारों की नजर नहीं पहुंच रही है मोहनलालगंज शिवाला मंदिर के पीछे और बगल में कूड़ो का बड़ा अंबार लगा हुआ है जो की गम्भीर बीमारियों को भी पैदा कर रही है फैली हुई मंदिर के पीछे गंदगीयों से जानमाल का भी नुकसान है जहाँ एक बड़ी संख्या में मकान बने हुए हैं जिसमें बड़े और बच्चों सहित कई परिवार रहते हैं जिनके छोटे छोटे बच्चें फैली हुई गन्दगी के पास खेलते रहते है जिससे कभी भी गम्भीर रूप से बीमारीयां फैल सकती है समय रहते सोये हुए जिम्मेदारों की आंखे खोलने के लिए सरकार क्या कुछ कदम उठाएगा देखने वाली बात होगी। जल्द से जल्द कूड़ो के अंबार को नहीं हटाया गया और मंदिर के बाउंड्री के पास कूड़ा फेंकने वालो पर कार्यवाही नहीं कि गई तो दिन प्रतिदिन बढ़ती हुई दुर्गंध से गम्भीर बीमारियों के साथ साथ जानमाल का भी खतरा बना हुआ है। जिसकी वजह से स्थानीय लोगों सहित मंदिर में आने वाले लाखों श्रद्धालुओं को भी फैली हुई गन्दगी के दुर्गंध का सामना करना पड़ता है।

अनुराग तिवारी की रिपोर्ट…