एनआईटी फरीदाबाद के बांके बिहारी मंदिर…

एनआईटी फरीदाबाद के बांके बिहारी मंदिर…

महाशिवरात्रि का पर्व मनाया…

आज 13 फरवरी 2018 को बांके बिहारी मंदिर एनआईटी फरीदाबाद में महाशिवरात्रि का पर्व मनाया गया जिसमें मुख्य अतिथि प्रसिद्ध शिक्षाविद व समाजशास्त्री डॉक्टर MP सिंह और विशेष अतिथि धर्माचार्य अशोक शास्त्री जी और भागवत वेदाचार्य आचार्य संतोष जी महाराज मुख्य रूप से उपस्थित थे कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रोफ़ेसर एमपी सिंह ने कहा कि गणेश जी ने अपने माता-पिता के चारों ओर चक्कर लगाकर अपनी पूजा अग्रणीय कर ली क्योंकि भगवान शंकर गणेश जी की भावना यानी मातृ पितृ देवो भव से अति प्रसन्न हुए प्रोफेसर एम पी सिंह ने कहां कि आज महाकाल, त्रिकालदर्शी , पशुपतिनाथ, कैलाश नाथ, भय भंजन हार, कल्याणकारी, तूफानी शिव बाबा की शिवरात्रि है आज हमें संकल्प करना चाहिए कि भांग, धतूरा, गांजा, अफीम, चरस व अन्य प्रकार की नशीली वस्तुओं का सेवन आज के बाद नहीं करेंगे हे l भोले बाबा यह अवगुण आपको समर्पित हैं आज से हम को पवित्र आत्मा बना दो यही हमारा निवेदन है क्योंकि नशा करने से मानसिक विकार पैदा होते हैं और मानसिक संतुलन भी बिगड़ जाता है डॉक्टर एम पी सिंह ने कहा की सच्ची पूजा तो अपने घर में अपने बड़े बुजुर्गों की सेवा करनी है बहन बेटियों का सम्मान करने में ही सही पूजा है व्रत रखने का या पूजा करने का तभी फायदा होता है जब हम अपने परिवार की सभी जिम्मेदारियों को पूर्ण रुप से निभा लेते हैं और किसी को भी अपशब्द बोल कर उनकी आत्मा को दुख नहीं पहुंचाते हैं समयअनुसार रोटी पानी ,दवाई गोली ,वस्त्र इत्यादि की व्यवस्था करके अपने माता पिता व गुरु से आशीर्वाद प्राप्त करते हैं मंदिर, मस्जिद, गुरुद्वारे मैं जाना बुरी बात नहीं है लेकिन फोटो खिंचवाकर प्रदर्शन करना ,लोगों की वाहवाही लूटने के लिए वहां पर दान पुण्य करना, अपने माता पिता व दादा दादी को घर में भूखा छोड़ देना, उनकी देखरेख ना करना, अपने बच्चों को प्यार व सम्मान ना देना, अपने पड़ोसियों के साथ मित्रता का व्यवहार ना करना, हर जगह दुश्मनी को पाल लेना यह बुरी बात है भगवान शंकर कहते हैं कि मैं हर जगह हूं मानवीय गुणों को अपनाकर इंसानियत का व्यवहार करो मैं स्वयं प्रकट हो जाऊंगा इस अवसर पर धर्माचार्य अशोक शास्त्री जी ने शिव बाबा की पूजा करने की विधि का विस्तार से वर्णन किया और आचार्य संतोष जी ने इस व्रत को करने से मिलने वाले फल की विस्तार पूर्वक चर्चा की

हृदयेश सिंह की रिपोर्ट…