मुंबई से पेशी पर वाराणसी आया आजमगढ़ का पूर्व ब्लाक प्रमुख पुलिस अभिरक्षा से फरार, करोड़ों की ठगी में हुई थी गिरफ्तारी…
👉जानने के लिए पढ़ें पूरी खबर-( किरण नाई ,वरिष्ठ पत्रकार -अल्पायु एक्सप्रेस)
करोड़ों की ठगी के मामले में मुंबई में गिरफ्तार आजमगढ़ के मार्टीनगंज का पूर्व ब्लाक प्रमुख ठाकुर मनोज सिंह मंगलवार की सुबह पुलिस अभिरक्षा से फरार हो गया। उसे सोमवार को महाराष्ट्र पुलिस ठगी के ही एक अन्य मामले में पेशी के लिए वाराणसी लेकर आई थी। पेशी के बाद मां की बीमारी का बहाना बनाकर पुलिसकर्मियों के साथ आजमगढ़ स्थित घर पहुंच गया। मां से मिलने के दौरान ही पुलिस वालों को चकमा देकर फरार हो गया। पुलिस अभिरक्षा से शातिर ठग के फरार होने की खबर मिलते ही खलबली मच गई। आजमगढ़ पुलिस ने भी उसकी तलाश शुरू कर दी। लेकिन देर शाम तक कोई सफलता नहीं मिल सकी थी। उसके साथ आए पुलिस वालों को हिरासत में ले लिया गया है। फरार मनोज सिंह पर भी 25 हजार का इनाम घोषित कर दिया गया है।
रेलवे में नौकरी दिलाने के नाम पर पौने छह लाख रुपये की ठगी के मामले में वाराणसी के शिवपुर निवासी संजय पांडे ने 2015 में मनोज सिंह के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई थी। उसकी गिरफ्तारी नहीं होने पर गैर जमानती वारंट जारी हुआ। इसी दौरान 2017 में मुख्यमंत्री कोटे में लोगों को घर दिलाने का फ्राड करने का केस दर्ज हुआ। 8 करोड़ रुपये की ठगी के मामले में मुंबई में उसे गिरफ्तार कर लिया गया। मुंबई में उसकी गिरफ्तारी की खबर वाराणसी में संजय पांडे को लगी तो अदालत में अर्जी देकर उसे वाराणसी लाने की गुजारिश की गई। अदालत के निर्देश पर सोमवार को मुंबई की जेल से महाराष्ट्र पुलिस के 6 जवानों की निगरानी में उसे वाराणसी लाकर एसीजेएम सिक्स की अदालत में पेश किया गया। अदालत ने सुनवाई के लिए अगली तारीख दे दी।
पेशी के बाद पुलिस वाले उसे वापस मुंबई ले जाने की तैयारी करने लगे। इस पर उसने मां की बीमारी का झांसा देकर पुलिस वालों को आजमगढ़ स्थित घर चलने को राजी कर लिया। फार्चूनर गाड़ी से तीन सिपाहियों के साथ मनोज दीदारगंज के आमगांव स्थित घर आया। घर पहुंचकर अपनी मां से मिला। वापस निकलने की बारी आई तो उसने लघुशंका का बहाना किया और फरार हो गया। उसके फरार होने की जानकारी होते ही पुलिसकर्मियों में हड़कंप मच गया। पुलिसकर्मियों ने दीदारगंज थाने को सूचना दी। पुलिस भी तलाश में जुट गई।
एसपी त्रिवेणी सिंह ने बताया कि फार्चूनर चालक बबलू पांडेय के अलावा उसके साथ आए महाराष्ट्र पुलिस के तीनो सिपाहियों रामभाऊ मारूती, बालू विट्ठल महाजन, गजानंद अंकुश चोरमले को हिरासत मे लेकर पूछताछ की जा रही है। बाकी तीन सिपाहियों अनिलहरि भाऊ महाजन, सदीप शिंदे व अविनाश नागरे को वाराणसी से बुलाया गया है। फरार मनोज पर 25 हजार का इनाम घोषित कर दिया गया है। सिपाहियों से तहरीर लेकर आगे की कार्रवाई की जा रही है।
पुलिस से लुकाछिपी का खेल पुराना
मार्टिनगंज। पूर्व ब्लाक प्रमुख ठाकुर मनोज सिंह का पुलिस के साथ लुकाछिपी का खेल पुराना है। आपराधिक मुकदमे के चलते पूर्व में प्रमुख पद जीतने के बाद भी लंबे समय तक शपथ नहीं ले सका था। शपथ लेते ही गिरफ्तार भी हो गया था। 2016 में तत्कालीन ब्लॉक प्रमुख रहे सौरव सिंह सोनू की दुर्घटना में मृत्यु के बाद सीट रिक्त हुई तो ठाकुर मनोज सिंह ने जोर आजमाया। 2017 में हुए चुनाव में उसे जीत मिली। शपथ ग्रहण की तिथि तय होने के बाद भी पुराने मुकदमों में गिरफ्तारी के डर से दो बार नहीं आ सका। तीसरी बार शपथ लेने पहुंचा तो तत्काल गिरफ्तार कर लिया गया। डेढ़ साल बाद सोनू का भाई मोनू सिंह उसके खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लेकर आया। अविश्वास प्रस्ताव पर मतदान से पहले ही मनोज ने इस्तीफा दे दिया। इसके बाद 2019 मई में फिर चुनाव हुआ। इसमें भी मनोज सिंह प्रत्याशी बना लेकिन अपना ही वोट देने नहीं आया।
हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…