आजमगढ़ के बिलरियागंज में सीएए-एनआरसी के खिलाफ आन्दोलनरत महिलाओं पर पुलिस द्वारा रात्रि के अंधेरे में रबर की गोलियों एवं आंसू गैस से हमले और जौहर पार्क में पानी भर देने…

लखनऊ।हिन्द वतन समाचार…

आजमगढ़ के बिलरियागंज में सीएए-एनआरसी के खिलाफ आन्दोलनरत महिलाओं पर पुलिस द्वारा रात्रि के अंधेरे में रबर की गोलियों एवं आंसू गैस से हमले और जौहर पार्क में पानी भर देने…

आजमगढ़ के बिलरियागंज में सीएए-एनआरसी के खिलाफ आन्दोलनरत महिलाओं पर पुलिस द्वारा रात्रि के अंधेरे में रबर की गोलियों एवं आंसू गैस से हमले और जौहर पार्क में पानी भर देने को कांग्रेस अल्पसंख्यक विभाग के प्रदेश चेयरमैन श्री शाहनवाज आलम जी ने आपराधिक और कायराना हरकत करार दिया है। उन्होने इस मामले में डी.एम. एवं एस.पी. को तत्काल निलम्बित कर पूरे मामले की न्यायिक जांच की मांग की है।श्री शाहनवाज आलम ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की नजर में आजमगढ के मुसलमान हमेशा से खटकते रहे हैं। उन्होने खुद अपने चुनावी भाषणों में आजमगढ़ में कहा है कि इस शहर की ऊंची-ऊंची मीनारें उन्हें खटकती हैं जिन्हें वह बाबरी मस्जिद के ढांचे की तरह तोड़ देना चाहते हैं।
श्री शाहनवाज आलम ने कहा कि इसी तरह आजमगढ़ को बदनाम करने के लिए श्री अजय सिंह विष्ट उर्फ योगी आदित्यनाथ ने उसे आतंक की नर्सरी कहा था। उन्होने कहा कि योगी जबसे मुख्यमंत्री बने हैं वह आजमगढ़ के मुसलमानों को किसी न किसी तरह प्रताड़ित करने की कोशिश में लगे हैं जिसमें उनका सहयोग आजमगढ़ के सांसद श्री अखिलेश यादव भी चुप्पी साधकर करते हैं। उन्होने कहा कि दर्जन भर से ज्यादा संगीन धाराओं में नामजद मुख्यमंत्री पुलिस प्रशासन को अपने निजी गुण्डा गिरोह की तरह इस्तेमाल कर रहे हैं। उन्होने कहा कि रात्रि में 4.00बजे महिलाओं पर रबर की गोलियां और आंसू गैस से हमला किसी लोकतांत्रिक सरकार में नहीं हो सकता। उन्होने आरोप लगाया कि जिले के डी.एम. और एस.पी. ने संविधान सम्मत भूमिका निभाने के बजाए मुख्यमंत्री के निजी गुण्डों की तरह काम किया है। उन्होने कहा कि अगर डी.एम. और एस.पी. के मोबाइल काल डिटेल की जांच हो जाए तो स्पष्ट हो जाएगा कि उन्होने संघ और भाजपा के किन नेताओं के कहने पर इस जघन्य अपराध को अंजाम दिया है। उन्होने पूरे मामले की न्यायिक जांच करते हुए डी.एस. और एस.पी. के तत्काल निलम्बन की मांग की है। शाहनवाज आलम ने कहा कि आजमगढ़ के सांसद एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की पूरे मामले में आपराधिक चुप्पी साबित करती है कि वह भी योगी आदित्यनाथ के इस आपराधिक कृत्य के सहभागी हैं। उन्होने कहा कि शोशल मीडिया से ही विपक्ष की भूमिका निभाने वाले अखिलेश यादव ने इस मुद्दे पर एक भी ट्वीट न करके संकेत दे दिया है कि उन्हें मुस्लिम समाज पर इस पुलिसिया दमन से कोई दिक्कत नहीं है।

हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…