लखनऊ।हिन्द वतन समाचार…
दलित की हत्या पर भीम आर्मी ने किया विरोध…
50 लाख और नौकरी की मांग…
अमेठी/उत्तर प्रदेश: जिले में एक रविवार को एक दलित की हत्या पर राजनीति गर्म हो गई है। सोमवार को पुलिस ने शव पोस्टमार्टम के बाद घर भेजा, लेकिन परिवारीजनों ने अंतिम संस्कार नहीं किया और न्याय की मांग की। वहीं मंगलवार को प्रतापगढ़ भीम आर्मी के जिलाध्यक्ष लक्ष्मी रमन समेत कई दलित नेता मृतक के घर पर आ गए। इन नेताओं और परिजनो ने डीएम से मौके पर आकर नौकरी देने और 50 लाख रुपये के मुआवजे की मांग की है। भीम आर्मी जिलाध्यक्ष लक्ष्मी रमन ने बताया कि परिवार कि प्रशासन दोषियो की जल्द गिरफ्तारी करे, पीड़ित परिवार को 50 लाख रुपये दे, परिवार की सुरक्षा के लिए 3 शस्त्र लाइसेंस दे, पीड़ित परिवार को दो बीघा जमीन सरकार द्वारा आवास और एक बेटे को को नौकरी दी जाए। हालांकि पुलिस मृतक के घर पहुंच गई है, कई अधिकारी मान मनौव्वल में जुटे हैं। बता दें कि संग्रामपुर थाना क्षेत्र के सरैया कनू गांव के पासी का पुरवा के सूरज पासवान रविवार रात अपने दो साथियों के साथ शीतलागंज बाजार गए थे। उसी गांव के बगल स्थित ब्रह्मचारी का पुरवा निवासी बबलू मिश्रा आदि लोग बाजार में खड़े थे। किसी बात पर हंसी मजाक हुआ, जिसको देखकर बबलू इत्यादि ने मना किया तब भी दूसरे पक्ष के लोग नहीं माने। इस पर विवाद बढ़ गया दोनों में आपस में मारपीट होने लगी। सूरज पासवान पर बबलू मिश्रा भारी पड़ गए और उनको पीट दिया। यह बात जब सूरज के घर वालों को पता चली तो घर वाले निपटने के लिए कुछ लोगों को लेकर सूरज के पिता अशोक कुमार पासवान ब्रह्मचारी का पुरवा बबलू के घर पहुंच गए और पहुंचते ही शिकायत करने लगे।जिसमें दोनों के बीच विवाद बढ़ा और एक बार फिर से जमकर लाठी-डंडे चलने लगे। मारपीट में बबलू मिश्रा के घर की तरफ से 4 लोग घायल हुए, जिनको जिला अस्पताल प्रतापगढ़ रिफर कर दिया गया। वहीं मारपीट में सूरज पासवान के पिता अशोक पासवान उम्र 55 वर्ष गंभीर रूप से घायल हुए जिनको इलाज के लिए सुल्तानपुर जिला अस्पताल भेजा गया। जहां पर इलाज के दौरान उनकी मृत्यु हो गई। घर वालों की तहरीर पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी और आनन-फानन में दोनों पक्षों से कई लोगों को गिरफ्तार कर पूछताछ कर रही है।
हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…