*”आॅपरेशन करथिया” में आईजी के सीने में लगी थी गोली, बुलेटप्रूफ जैकेट ने बचाई जान*
*आईजी मोहित अग्रवाल: बाल-बाल बची जान* 👆
*12 साल की अंजलि ने सिलेंडर से निकाला तार-विनीत ने भी दिखाई हिम्मत*
*नौवीं की छात्रा अंजलि एवं विनीत* 👆
*11 घंटे तक बंधक रहे 23 बच्चे* 👆
*एसपी/एएसपी को लगे हथगोले के छर्रे: स्वाट टीम के प्रभारी की जैकेट में भी फंसी गोली*
*सिरफिरा अपराधी सुभाष बाथम* 👆
*सुभाष की पत्नी रुबी: ग्रामीणों की पिटाई के बाद हुई मौत* 👆
*सिपाही की गोली से ढेर हुआ बच्चों को बंधक बनाने वाला: मोदी-शाह ने की यूपी पुलिस की तारीफ*
*मुख्यमंत्री ने सुभाष के मारे जाने पर कहा-वो इसी लायक था*
लखनऊ/फर्रूखाबाद। लखनऊ से लेकर दिल्ली तक हिलाकर रख देने वाली करथिया की घटना में बच्चों को सकुशल छुड़ा लिए जाने पर प्रधानमंत्री, गृह मंत्री एवं मुख्यमंत्री ने आॅपरेशन में शामिल पुलिस टीम को बधाई दी है। फर्रूखाबाद के मोहम्मदाबाद कस्बे के करथिया गांव में बंधक बनाए गए 23 बच्चों को छुड़ाने के पुलिस के आॅपरेशन में आईजी जोन (कानपुर) मोहित अग्रवाल की अपराधी सुभाष बाथम की गोली से जान जाते-जाते बची थी, गोली उनके सीने पर बुलेटप्रूफ जैकेट में जा धंसी थी। वहीं सुभाष द्वारा फेंके गए हथगोले के छर्रे (टुकड़े) लगने एसपी व एएसपी घायल हो गए।
इंस्पेक्टर राकेश द्वारा आॅपरेशन के मोहम्मदाबाद कोतवाली में दी गई तहरीर में कहा गया है कि स्वाट टीम के प्रभारी की जैकेट में भी गोली लगी। अधिकारियों पर “हमले” के बाद स्वाट टीम के सिपाही की गोली से सुभाष बाथम ढेर हो गया। रिपोर्ट के अनुसार आईजी मोहित अग्रवाल की जैकेट में सीने पर गोली लगने के बाद एसपी डाॅ अनिल मिश्रा एवं एएसपी त्रिभुवन सिंह ने सुभाष को ललकारा तो उसने उनकी ओर हथगोला फेंका जिसके टुकड़े दोनों अधिकारियों के हाथों में लगे, स्वाट टीम के प्रभारी दिनेश गौतम उसे पकड़ने के लिए लपके तो उसने उन पर भी फायर झोंक दिया, गोली उनकी जैकेट में लगी। इसके बाद स्वाट टीम के कांस्टेबल नवनीत ने एके-47 से सुभाष को गोली मारकर ढेर कर दिया।
बंधक बनाए गए बच्चों में 12 साल की अंजलि भी थी जिसने बड़ी सूझबूझ दिखाते हुए न सिर्फ सिलेंडर “बम” का तार निकाला बल्कि 11 घंटों तक तहखाने में बच्चों को संभाले भी रही। नौवीं की छात्रा अंजलि के अनुसार रात में जब गांव वालों ने पथराव शुरू कर दिया तो पहले सुभाष की पत्नी रूबी बाहर निकली उसके बाद सुभाष भी बाहर गया तो उसने अंदर से तहखाने (बेसमेंट) का दरवाजा बंद कर लिया और सिलेंडर में सुभाष द्वारा लगाए गए तार को निकाल दिया। बंधक बनाए गए बच्चों में विनीत ने भी हिम्मत दिखाते हुए अंजलि के साथ मिलकर बच्चों को ढांढस बंधाया। सुभाष जब दुबारा तहखाने में आने के लिए दरवाजा पीटने लगा तो अंजलि व विनीत ने दरवाजा खोलने से साफ मना कर दिया, सुभाष द्वारा सबको मार डाले जाने की धमकी दिए जाने पर भी अंजलि व विनीत नहीं डरे और रो रहे बच्चों को संभाला।
बच्चों को सकुशल छुड़ा लिए जाने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं गृह मंत्री अमित शाह ने यूपी पुलिस की तारीफ करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को बधाई दी है वहीं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सुभाष के मारे जाने पर कहा वो इसी लायक था। मुख्यमंत्री ने पुलिस टीम को 10 लाख रुपए का इनाम देने की घोषणा की है।
*”हिंद वतन समाचार” की रिपोर्ट, , ,*