लखनऊ।हिन्द वतन समाचार…
गोमती में उतरे नौसेना के मार्कोस कमांडो, नदी में किया कौशल का प्रदर्शन…
भारत के सबसे घातक और मारक मरीन कमांडो की उत्तर प्रदेश में पहली बार झलक राजधानी लखनऊ में दिखी। डिफेंस एक्सपो के तहत जुटे कमांडो शुक्रवार को गोमती रिवर फ्रंट में उतरे और युद्ध कौशल का प्रदर्शन करने के लिए प्रैक्टिस की। वाटर स्कूटर, खास ड्रेस, हाईटेक हथियार से लैस कमांडो की तेजी देखते ही बनी। शनिवार को वे समुद्री लुटेरों से निपटने और आतंकी हमले नाकाम करने का कौशल प्रदर्शित करेंगे।भारतीय नेवी की स्पेशल फोर्स मार्कोस का एक-एक कमांडो चीते सी तेजी और बाज की नजर रखे हुए थे। वाटर स्कूटर पर उनकी तेजी देखते ही बन रही थी। नेवी अफसरों के मुताबिक, दुश्मनों व आतंकियों के खिलाफ समुद्री ऑपरेशन पूरा करने के लिए मार्कोस चंद मिनट ही लेते हैैं। शिप हाईजैक, पानी के रास्ते आतंकियों की घुसपैठ, रात्रि के समय दुश्मनों की हर हरकत पर नजर रखते हुए उन्हें नाकाम करने में सक्षम हैैं।उनका कहना था कि अमेरिका के नेवी सील के पैटर्न पर मार्कोस को और अधिक घातक बनाया जा रहा है। बड़े-बड़े जहाजों तक पहुंचने के लिए यूएस मेड ऑटोमेटिक मशीन प्रयोग की जा रही हैं। हुक ऑन तकनीकि से कमांडो बोट से सीधे शिप तक बिना किसी मशक्कत के पहुंच सकते हैं। ऑपरेशन पूरा होते ही कमांडो बोट को ध्वस्त करते हैं और हेलीकॉप्टर के रास्ते अपने कैंप तक पहुंच जाते हैं। इसके अलावा कॉबेट डाइविंग के जरिए कमांडो घंटों पानी के भीतर रहकर दुश्मन तक पहुंचने में सक्षम हैैं। मई-जून में यूएस कमांडो भारत आकर मार्कोस के साथ मुश्किल आतंकी ऑपरेशन से निपटने का अभ्यास करेंगे।
हिन्द वतन की रिपोर्ट…