शादी के लिए नाबालिग छात्रा को अगवा करने वाला गिरफ्तार…
गाजियाबाद,। लव जिहाद से प्रेरित होकर डेढ़ माह पहले शादी के लिए नाबालिग छात्रा को अगवा करने वाला कंसल्टेंसी एजेंसी संचालक पुलिस के हत्थे चढ़ गया। पुलिस ने आरोपी की निशानदेही पर अपहृत छात्रा को भी बरामद कर लिया। अधिकारियों का कहना है कि पीड़ित छात्रा का मेडिकल परीक्षण कराकर उसके मजिस्ट्रेट के समक्ष बयान दर्ज कराए जाएंगे। बयानों के आधार पर आगामी कार्रवाई की जाएगी।
गोविंदपुरम इलाके में रहने वाली 15 वर्षीय किशोरी आठवीं कक्षा की छात्रा है। 14 दिसंबर 2022 को वह दूध लेने डेयरी पर गई थी, लेकिन वापस नहीं लौटी। घर न लौटने पर परिजनों ने हरसंभव स्थान पर उसकी खोजबीन की, लेकिन सफलता नहीं मिली। थक-हारकर परिजनों ने कविनगर थाने में अपहरण का केस दर्ज कराया, जिसके बाद पुलिस ने केस दर्ज कर छात्रा की तलाश शुरू कर दी थी। डीसीपी सिटी निपुण अग्रवाल के मुताबिक जांच में पता चला कि गोविंदपुरम में कंसल्टेंसी एजेंसी चलाने वाला सलमान नाम का युवक छात्रा को अगवा करके ले गया है। सलमान मूलरूप से थाना नौगांवा सादात जिला अमरोहा के गांव पंजू सराय का रहने वाला है। खोजबीन करने पर जानकारी हुई कि कस्बा गढ़मुक्तेश्वर जिला हापुड़ निवासी मुहीद भी अपहरण में शामिल था। 31 दिसंबर 2022 को मुहीद को गिरफ्तार कर लिया गया था। पूछताछ में उसने अपहरण की घटना स्वीकार की, लेकिन सलमान की लोकेशन के बारे में नहीं बता सका।
डीसीपी का कहना है कि नाबालिग को अगवा करने के बाद सलमान ने अपना मोबाइल बंद कर लिया था, लेकिन वह नए मोबाइल से अन्य लड़कियों के संपर्क में था। पुराने नंबर की सीडीआर में मिले लड़कियों के नंबरों की जांच की गई तो वह सलमान के नए नंबर से संपर्क में मिले। इसके बाद लोकेशन ट्रेस कर सलमान को गिरफ्तार कर अपहृत किशोरी को भी बरामद कर लिया गया। पुलिस के मुताबिक छात्रा से जानकारी करने पर पता चला कि 14 दिसंबर को वह डेयरी पर जा रही थी। रास्ते में सलमान कार लेकर आया और उसे गाड़ी में बैठने के लिए कहा। इसके बाद उसने परिवार के लोगों की हत्या की धमकी देकर छात्रा को जबरन कार में अगवा कर लिया। इसके बाद रास्ते में उसे गढ़मुक्तेश्वर निवासी दोस्त मुहीद बाइक लेकर मिला। उसके साथ वह छात्रा को लेकर फरार हुआ।
पुलिस का कहना है कि आरोपी ने अपहृत छात्रा को अलग-अलग ठिकानों पर रखा। उसकी लोकेशन उधम सिंह नगर और काशीपुर में भी निकली है। डीसीपी का कहना है कि आरोपी को किन-किन लोगों ने शरण दी, उनका भी पता लगाया जा रहा है। उनके खिलाफ भी अपराधी को शरण देने के आरोप में कार्रवाई की जाएगी। डेढ़ माह की अवधि के दौरान आरोपी ने पीड़िता के साथ रेप किया या नहीं, इसके लिए पीड़िता का मेडिकल परीक्षण कराया जा रहा है तथा साथ ही मजिस्ट्रेट के समक्ष उसके बयान दर्ज कराए जाएंगे। बयानों के आधार पर आगामी कार्रवाई की जाएगी।
पुलिस ने सलमान की कुंडली खंगाली तो पता चला कि वह जव जिहाद से प्रेरित होकर हिंदू संप्रदाय की लड़कियों को अपने जाल में फंसाता था। हर लड़की से वह अपना नया नाम बताता था। करीब छह साल पहले उसने हापुड़ निवासी एक हिंदू लड़की से शादी की और उससे एक बच्चा भी है। इसके बाद उसने अपने संप्रदाय की लड़की से निकाह किया। इसी क्रम में उसने फिर से एक हिंदू लड़की को जाल में फंसाकर उसे प्रेमजाल में फंसाया। वर्तमान में वह प्रेमिका भी गर्भवती है। इसके बाद भी सलमान शांत नहीं बैठा और जबरन शादी करने के लिए 15 वर्षीय किशोरी को अगवा कर लिया।
फंडिंग, सोशल अंकाउंट और संदिग्ध संगठनों की दिशा में चल रही जांच : गैर संप्रदाय की लड़कियों को फंसाकर उनका जीवन बर्बाद करने के लिए सलमान को फंड तो नहीं मिलता था, इसके लिए जांच की जा रही है। इसके अलावा उसके सोशल अकाउंट भी पता किए जा रहे हैं तथा साथ ही यह भी जानकारी जुटाई जा रही है कि वह किसी संदिग्ध संगठन से जुड़ा हुआ या उसका सक्रिय सदस्य तो नहीं था। डीसीपी का कहना है कि अभी तक किसी संदिग्ध संगठन से संपर्क या फंडिंग की बात सामने नहीं आई है।
यूपी सदन से लेकर लखनऊ तक से आई सिफारिश : सलमान की गिरफ्तारी न होने पर पुलिस ने उसके परिजनों तथा रिश्तेदारों पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया था। जिसके बाद पुलिस पर तमाम जगह से दबाव डलना शुरू हो गया था। सूत्रों के मुताबिक हाईकोर्ट के वकीलों से लेकर यूपी सदन तक से पुलिस के पास सिफारिश आईं, हालांकि पुलिस ने अपहरण का मामला होने के चलते उन्हें नजरअंदाज कर दिया।
कंसल्टेंसी एजेंसी संचालक सलमान ने शादी के नाबालिग लड़की को अगवा किया था। वह पूर्व में दो शादी कर चुका है तथा तीसरी प्रेमिका भी है। पहली पत्नी तथा प्रेमिका हिंदू संप्रदाय से हैं। रेप की पुष्टि के लिए छात्रा का मेडिकल परीक्षण तथा मजिस्ट्रेट के समक्ष बयान कराए जाएंगे। उन्हीं के आधार पर आगामी कार्रवाई की जाएगी। – निपुण अग्रवाल, डीसीपी सिटी
हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…