पहलवानों के धरने की मंत्री कमल गुप्ता को नहीं है जानकारी, बोले- मेरे संज्ञान में नहीं है मामला…

पहलवानों के धरने की मंत्री कमल गुप्ता को नहीं है जानकारी, बोले- मेरे संज्ञान में नहीं है मामला…

करनाल, । दिल्ली के जंतर-मंतर पर भारतीय कुश्ती संघ के खिलाफ दो दिन से धरने पर बैठे देश के शीर्ष पहलवानों के समर्थन में विपक्ष से लेकर सत्ता पक्ष के मंत्री और नेता भी बयान दे चुके हैं। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने भी खिलाड़ियों का मनोबल नहीं टूटने की बात कही है। इस बीच सीएम सिटी पहुंचे मंत्री कमल गुप्ता ने पहवानों के धरने को लेकर अजीब बयान दिया है। हैरानी की बात यह है कि पहलवानों का जो धरना बीते दिन से मीडिया की सुर्खियों में बना हुआ है और जिस धरने में बजरंग पुनिया और विनेश फोगाट जैसे प्रदेश के बड़े-बड़े पहलवान जंतर-मंतर पर बैठकर रेसलिंग फेडरेशन के अध्यक्ष पर गंभीर आरोप लगा रहे हैं, उस धरने को लेकर हरियाणा सरकार के मंत्री खुद को बेखबर बता रहे हैं।

दरअसल मंत्री कमल गुप्ता गुरूवार को करनाल में कष्ट निवारण समिति की बैठक में शामिल होने पहुंचे थे। इस मीटिंग में लोग अपनी समस्या लेकर पहुंचे। मंत्री कमल गुप्ता के सामने 15 शिकायतें रखी गई, जिनमें से 8 शिकायतों का मौके पर ही समाधान किया गया, जबकि 7 को पेंडिंग रखा गया है। मंत्री गुप्ता के सामने रखी गई शिकायतों में पुलिस, आपसी झगड़े और अलग अलग विभागों से जुड़ी हुई शिकायतें थी।

मंत्री गुप्ता ने धरने के सवाल पर कहा, मुझे नहीं है जानकारी

कष्ट निवारण समिति की बैठक लेने के बाद जब मंत्री कमल गुप्ता से भारतीय पहलवानों को धरने को लेकर सवाल पूछा गया तो गुप्ता ने कहा कि उन्हें इस बात की जानकारी तक नहीं है। जंतर-मंतर पर चल रहे जिस धरने को लेकर मुख्यमंत्री मनोहर लाल समेत प्रदेश के कई नेता बयान दे चुके हैं, उसके बारे में कोई भी जानकारी होने से कमल गुप्ता ने साफ मना कर दिया। वहीं संदीप सिंह मामले में निकाय मंत्री ने कहा कि कानून अपना काम कर रहा है और कानून के हिसाब से जो भी फैसला आएगा वो सही होगा।

सीएम बोले- इस मामले पर विचार कर रही प्रदेश सरकार

मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने जंतर-मंतर पर चल रहे धरने को लेकर कहा कि, खेल मंत्रालय ने पहलवानों के धरने को लेकर संज्ञान ले लिया है। खट्टर ने कहा कि रेसलिंग फेडरेशन को 72 घंटे के भीतर जवाब देने को कहा गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह सब खिलाड़ियों के लिए काफी गंभीर है। ऐसी घटनाओं से खिलाड़ियों का मनोबल टूटता है और खास तौर पर बेटियों का। सीएम ने कहा कि पहले हमें ऐसी कोई जानकारी नहीं थी। पहलवानों द्वारा इस मामले में कही गई बातों को लेकर सरकार विचार कर रही है और प्रदेश सरकार द्वारा हर वह कदम उठाए जाएंगे जो जरूरी होंगे।

हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…