इंटरव्यू में ऐसे बताएं अपने बारे में…
इंटरव्यू के दौरान अकसर उम्मीदवारों को जब अपने बारे में बताने के लिए कहा जाता है तो वे तुरंत जवाब न देकर बगलें झांकने लगते हैं या कुछ ऐसा बोल जाते हैं, जिनका उनके इंटरव्यू से कोई सीधा संबंध नहीं होता। ऐसे में पहले से तैयारी कर वे खुद को इस स्थिति का सामना करने के लिए बेहतर तरीके से तैयार कर सकते हैं।
प्रतिस्पर्धा भरे इस माहौल में महज गिने-चुने पदों के लिए उम्मीदवारों की बड़ी संख्या लाइन लगाए खड़ी नजर आती है। इस माहौल में सफलता उन्हीं के कदम चूमती है, जिनके अंदर कुछ खास होता है, यानी जिन्होंने लिखित परीक्षा से लेकर इंटरव्यू तक सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया हो। अधिकतर छात्र लिखित परीक्षा तो आसानी से पार कर जाते हैं, लेकिन इंटरव्यू में उन्हें नाकामी हाथ लगती है। दरअसल आज भी छात्र इंटरव्यू की तैयारी पर पर्याप्त ध्यान नहीं देते। उन्हें लगता है कि तैयारी तो लिखित परीक्षा की होनी चाहिए। इस सोच के चलते वे बिना तैयारी के ही इंटरव्यू में बैठते हैं। नतीजा, इंटरव्यू पैनल के सदस्यों के सवालों का उनके पास कोई जवाब या तर्क नहीं होता।
इंटरव्यू में सवाल काम के साथ उम्मीदवार की शख्सियत से भी जुड़े होते हैं। इसमें वे तभी सफल होकर बाहर निकलते हैं, जब वे पहले से ही कुछ तैयारी करके जाएं। ज्यादातर विशेषज्ञ मानते हैं कि इंटरव्यू अपने बारे में कम समय में बेहतर तरीके से बताने की कला है, क्योंकि इंटरव्यू लेने वाले का पहला सवाल ही होता है कि खुद के बारे में कुछ बताएं। हायरिंग मैनेजर इस सवाल के जरिए कई तरह के मायने तलाशता है। वह उम्मीदवार का वर्तमान, अतीत और भविष्य, सब कुछ जानने की कोशिश करता है। वहीं उम्मीदवारों के लिए यह किसी सुनहरे मौके से कम नहीं होता।
शुरुआत आज से करें
इंटरव्यू लेने वाले या हायरिंग मैनेजर के सामने जब भी खुद के बारे में बताने का अवसर आए तो अपना संक्षिप्त परिचय देते हुए शुरुआत वर्तमान से ही करें। उन्हें यह बताएं कि वर्तमान में आप किस कंपनी में किस पद पर कार्यरत हैं। अपनी स्किल्स और अनुभवों के बारे में सही जानकारी देते हुए उन्हें यह भरोसा दिलाएं कि अगर आपका चयन होता है तो आप कंपनी को निराश नहीं करेंगे।
वाक्य छोटे व स्पष्ट हों
इंटरव्यू में पूछे गए सवालों का नपा-तुला और स्पष्ट जवाब दें। साथ ही आवाज बहुत तेज या धीमी न हो। इंटरव्यू लेने वाले को साफ-साफ आपकी आवाज सुनाई देनी चाहिए। कई बार हायरिंग मैनेजर जानबूझकर कुछ ऐसा सवाल करते हैं कि आप उत्तेजित हों, लेकिन आप सौम्यता से जवाब दें। दरअसल इससे वे आपकी धैर्यक्षमता और गंभीरता को परखना चाहते हैं।
पुराने अनुभव साझा करें
जिस पद के लिए आप इंटरव्यू दे रहे हैं, उससे संबंधित पुराने अनुभव को जरूर शेयर करें। पिछली जॉब के दौरान किए प्रोडक्टिव कामों का जिक्र आप यहां कर सकते हैं। अगर फ्रेशर हैं तो अपनी विशेष योग्यता, इंटर्नशिप या अच्छे प्रोजेक्ट्स को गिना सकते हैं। लगे हाथ अपनी कुछ कमजोरियां भी सामने ला सकते हैं। इससे इंटरव्यू लेने वाले पर आपका अच्छा इम्प्रेशन जाता है।
बहुत ज्यादा प्रशंसा से बचें
अपनी उपलब्धियां बढ़ा-चढ़ाकर पेश न करें। अपने काम की मार्केटिंग जरूरी है, लेकिन ध्यान रहे कि उसमें शेखी बघारने वाला भाव नहीं आना चाहिए, क्योंकि किसी भी बॉस को आपकी बुद्धिमत्ता तो पसंद आएगी, लेकिन एटीट्यूड बिल्कुल पसंद नहीं आएगा। इससे आपके बनते हुए काम बिगड़ सकते हैं।
नई नौकरी क्यों चाहिए
लगभग सभी इंटरव्यू के दौरान हायरिंग मैनेजर उम्मीदवारों से यह सवाल जरूर करता है कि उसे यह नौकरी क्यों चाहिए या आपने पिछली नौकरी क्यों छोड़ दी? यह भी हो सकता है कि आपको स्वतः ही उस सवाल का जवाब देना पड़े। ऐसी परिस्थिति में स्पष्ट रूप से बताएं कि आप नए अवसर व चुनौतियों की तलाश में हैं या कुछ विशेष करना चाहते हैं, जिसका अवसर पिछली जॉब के दौरान नहीं मिल सका।
नई कंपनी की जानकारी
आप जिस संस्थान के लिए इंटरव्यू देने जा रहे हैं, उस संस्थान की पॉलिसी, उसकी शाखाएं, एमडी, हेड ऑफिस, चेयरपर्सन आदि के नाम के बारे में पूरी जानकारी हासिल करके ही जाएं। इंटरव्यू लेने वाले को यह भी बताएं कि काम के बारे में आपकी क्या सोच है और आप किस तरह से संस्थान को फायदा पहुंचा सकते हैं। आपकी बात बहुत तकनीकी न होकर विश्वसनीय होनी चाहिए।
जब विशेष परिस्थिति देकर पूछे जाएं सवाल
कई बार हायरिंग मैनेजर काम से जुड़ी विशेष स्थितियों पर सवाल पूछते हैं, मसलन आपका मैनेजर अचानक बीमार पड़ जाए, आपको इंचार्ज बना दिया जाए और आपको मैनेजर की कार्यशैली के बारे में शिकायतें सुनने को मिलें, तो आप क्या करेंगे? या फिर किसी स्टाफ के सदस्य के ऑफिस से सामान चुराने पर आप उससे कैसे निपटेंगे? ऐसे सवाल पूछे जाने पर उनका जवाब पूरी सावधानी और चतुराई से दें। ध्यान रखें आपका जवाब तार्किक होना चाहिए।
सेलरी पर भी चर्चा जरूरी
हायरिंग मैनेजर की कोशिश होती है कि आपकी अपेक्षित सैलरी की मांग को यथासंभव कम स्तर पर ला सकें। लेकिन आप अपना पक्ष पूरे आत्मविश्वास के साथ रखें। शिष्ट अंदाज में आप व्यावहारिक सेलरी पैकेज के लिए नेगोशिएट कर सकते हैं।
पास रखें 5 जानकारियां…
-इंटरव्यू स्थल का पता इंटरव्यू को-ऑर्डिनेटर का संपर्क नंबर
-रिज्यूमे की दो प्रतियां पेन व सादा पेपर 4-5 नए फोटोग्राफ
बचें इन 5 गलतियों से…
-इंटरव्यू में देर से पहुंचना अपने बारे में गलत जानकारी देना
-जॉब या कंपनी की अधूरी जानकारी होना
-पुरानी जॉब या कंपनी की आलोचना करना
-पैनल के सदस्यों से ज्यादा दोस्ताना माहौल
हिन्द वतन समाचार” की रिपोर्ट…