थाने में तख्ती लेकर पहुंचे दो गैंगस्टर, बोले- हमें जेल भेज दो…
मरते दम तक अपराध नहीं करेंगे…
लोनी/गाज़ियाबाद । गैंगस्टर एक्ट में फरार दो आरोपितों ने शुक्रवार दोपहर लोनी बार्डर थाने में आत्मसमर्पण कर दिया। दोनों आरोपित हाथों में तख्ती लेकर थाने पहुंचे थे। तख्ती में लिखा था- ‘थाना लोनी बार्डर में आत्मसमर्पण करने आया हूं। मैं आज के बाद जीवन में कभी अपराध नहीं करूंगा।’ थाना प्रभारी ने आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने आरोपितों को जेल दिया है।
पुलिस क्षेत्राधिकारी रजनीश कुमार उपाध्याय ने बताया कि वर्ष 2020 में सिरोली गांव निवासी जैनेंद्र उर्फ जैनी की उसके भतीजे पवन ने गोली मारकर हत्या की थी। हत्या के मामले में कपिल व सागर निवासी रिस्तल के नाम प्रकाश में आए थे। जिन्हें गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया था। 20 दिसंबर 2021 में इनके खिलाफ गैंगस्टर की कार्रवाई की गई थी। दोनों तभी से फरार चल रहे थे। पुलिस ने इनपर 25 हजार का इनाम घोषित किया था। पुलिस दबिश से डर कर शुक्रवार दोपहर करीब साढ़े बारह बजे दोनों हाथों में तख्ती लेकर थाने पहुंचे।
पुलिस पूछताछ में उन्होंने बताया कि वह भाग-भाग कर थक गए थे। छह माह के दौरान पुलिस ने 20 से अधिक बार घर व अन्य थानों पर दबिश दी थी। हमेशा एनकाउंटर का भय बना रहता था। उन्होंने बताया कि जेल जाने के लिए आत्मसमर्पण किया है। जेल से आकर कोई अपराध नहीं करेंगे। जिससे सम्मानजनक जीवन व्यतीत कर सकें।
आरोपितों ने बताया कि चाचा की हत्या करने वाले पवन को दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार किया था। लोनी पुलिस ने उसे रिमांड पर लेकर पूछताछ की थी। अब वह अपराध की दुनिया से बाहर निकलना चाहते थे। जिसके चलते वह सरेंडर आने आए थे। थाने से करीब दो सौ मीटर दूर आटो से उतरे थे। उनके उतरते ही स्वजन ने वीडियो बनाना शुरू कर दिया। जब तक उन्होंने थाने में प्रवेश किया तब तक स्वजन वीडियो बनाते रहे।
हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…