राज्यपाल एवं विश्वविद्यालय की कुलाधिपति श्रीमती आनंदीबेन पटेल ने आज भातखण्डे…
संगीत संस्थान सम-विश्वविद्यालय, लखनऊ के 11वें दीक्षान्त समारोह में 45 बच्चों को…
उनको उत्कृष्ट प्राप्तांको के आधार पर उन्हें विभिन्न पदकों तथा 3 छात्रों को शोध उपाधि से अलंकृत किया…
लखनऊ 10 दिसंबर। उत्तर प्रदेश की राज्यपाल एवं विश्वविद्यालय की कुलाधिपति श्रीमती आनंदीबेन पटेल ने आज भातखण्डे संगीत संस्थान सम-विश्वविद्यालय, लखनऊ के 11वें दीक्षान्त समारोह में 45 बच्चों को उनको उत्कृष्ट प्राप्तांको के आधार पर उन्हें विभिन्न पदकों तथा 3 छात्रों को शोध उपाधि से अलंकृत किया। राज्यपाल जी ने समारोह को सम्बोधित करते हुए कहा किदीक्षान्त समारोह किसी भी शैक्षिक संस्था के लिये गौरव का दिन होता है। यह दिन विद्यार्थियों को जहां अपनी योग्यता एवं श्रेष्ठता के प्रदर्शन का अवसर प्रदान करता है तो वहीं संस्था को अपनी उपलब्धियों को मूल्यांकित करने का। अतः विश्वविद्यालय के बच्चे शास्त्रीय संगीत की शिक्षा लेकर प्रदेश ही नहीं अपितु देश-विदेश में संगीत की अलख जगाने का कार्य करें। कुलाधिपति ने अपील की कि विद्यार्थी अपने क्षेत्र में तो कार्य करें ही साथ ही सामाजिक कार्यों में भी सहभाग करें, जो देश और समाज के विकास के लिये आवश्यक भी है।
इस अवसर पर राज्यपाल जी ने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में महिलाओं की अधिक जरूरत है। क्योंकि शिक्षा में लगभग 60 प्रतिशत तथा आंगनबाड़ी में 100 प्रतिशत महिलाएं काम कर रही हैं। इसलिए महिलाओं का स्वस्थ होना अधिक आवश्यक है। विश्वविद्यालयों को चाहिए कि बेटियों का हीमोग्लोबिन चेक कराते रहे। क्योंकि डिलीवरी के समय महिलाओं में हीमोग्लोबिन की कमी के कारण शिशु की मृत्यु तक हो जाती है। राज्यपाल जी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी ने ‘बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ’ का अभियान चलाया, जिससे समाज में जागरूकता आयी। समाज के हर वर्ग की जिम्मेदारी बनती है कि कन्या भू्रण हत्या को रोकें। उनके खान-पान एवं पठन-पाठन पर विशेष ध्यान दें। सरकार शिक्षा स्वास्थ्य तथा आत्मनिर्भरता पर विशेष ध्यान दे रही है। प्रत्येक विद्यार्थी का दायित्व है कि वे आत्मनिर्भरता की ओर बढ़े। ऐसा करने से उनके पास अपना स्वयं का रोजगार होगा और दूसरे लोगों को भी रोजगार दे सकेंगे।
कुलाधिपति ने कुलपति को निर्देश दिया कि विश्वविद्यालय में शीर्ष प्राथमिकता के आधार पर संगीत की आनलाइन कक्षाएं चलायी जाएं ताकि इसका लाभ अन्य विद्यालयों को भी मिल सके। उन्होंने कहा कि गणतंत्र दिवस के अवसर पर भातखण्डे संगीत विश्वविद्यालय की तरफ से संगीत प्रतियोगिता का आयोजन किया जाना चाहिए, जिसमें विभिन्न विद्यालयों की सहभागिता हो। ऐसा करने से संगीत के क्षेत्र में रूचि रखने वाले विद्यार्थियों में प्रतियोगियों की भावना जागृत होगी, जिससे वह संगीत के क्षेत्र में आगे बढ़ेंगे।
इस अवसर पर राज्यपाल जी ने विश्वविद्यालय की स्मारिका का विमोचन किया तथा दीक्षान्त समारोह में उपस्थित प्राथमिक विद्यालय के बच्चों को पठन-पाठन सामग्री एवं फल वितरित किये।
कार्यक्रम में भातखण्डे संगीत संस्थान-सम विश्वविद्यालय के कुलपति एवं लखनऊ मण्डल के आयुक्त श्री रंजन कुमार ने विश्वविद्यालय की वार्षिक रिपोर्ट प्रस्तुत की तथा राज्यपाल को पुस्तकें भेंट की।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि पद्म भूषण पंडित साजन मिश्रा, संगीतज्ञ, विश्वविद्यालय के शिक्षकगण तथा विद्यार्थी एवं प्राथमिक विद्यालय के बच्चे उपस्थित थे।
हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…