हॉकी विश्व कप में पाकिस्तानी टीम के खेलने को लेकर छाए अनिश्चितता के बाद छंट गए हैं। एक क्रिकेट फ्रेंचाइजी के मालिक आर्थिक तंगी से जूझ रहे पाकिस्तान हॉकी महासंघ (पीएचएफ) से प्रयोजक के तौर पर जुड़े हैं। पीएचएफ के सचिव शाहबाज अहमद ने सूचित किया कि पाकिस्तान सुपर लीग की फ्रेंचाइजी ‘पेशावर जालमी’ के मालिक जावेद अफरीदी ने पीएचएफ के साथ बड़ा प्रायोजन करार किया है जो 2020 तक चलेगा। इस प्रायोजन करार में सीनियर और जूनियर टीम के सभी अंतरराष्ट्रीय दौरों के अलावा घरेलू हाकी भी शामिल है। शाहबाज ने कहा, ‘यह हमारे लिए बड़ी राहत की बात है। पेशावर जालमी फ्रेंचाइजी के मालिक जावेद अफरीदी ने अपनी कंपनी हायर पाकिस्तान की ओर से पाकिस्तान हाकी के साथ प्रायोजन करार किया है।’
उन्होंने कहा, ‘पाकिस्तान टीम विश्व कप के लिए भारत जाएगी।’ शाहबाज ने हालांकि प्रायोजन राशि का खुलासा करने से इनकार कर दिया। हॉकी विश्व कप 2018 का आयोजन ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर में 28 नवंबर से 16 दिसंबर तक होगा। पीएचएफ ने इससे पहले चेताया था कि अगर सरकार आठ करोड़ रुपये का अनुदान नहीं देती है तो विश्व कप में पाकिस्तान के प्रतिनिधित्व पर संकट आएगा। इमरान खान की अगुआई वाली सरकार ने हालांकि हॉकी के पाकिस्तान का राष्ट्रीय खेल होने के बावजूद रविवार तक कोई अनुदान नहीं दिया था। पीएचएफ सचिव ने कहा, ‘अब हमें सिर्फ अपने खिलाड़ियों और अधिकारियों के वीजा का इंतजार है।’ पीएचएफ ने देश के क्रिकेट बोर्ड पीसीबी सेभी ऋण मांगा था लेकिन इस मांग को सिरे से खारिज कर दिया गया।
शाहबाज अफरीदी ने कहा कि इस प्रायोजन करार के चलते पीएचएफ ना सिर्फ अपनी टीम को भारत भेज पाएगा बल्कि खिलाड़ियों की लंबित राशि का भुगतान भी कर पाएगा जिन्हें हाल में हुई एशियाई चैंपियन्स ट्राफी और शिविर के लिए दैनिक भत्तों का भुगतान नहीं किया गया है।