सिंधी पंचायतों का राज्य स्तरीय मुखी सम्मेलन 18 व 19 दिसम्बर को भीलवाड़ा में

सिंधी पंचायतों का राज्य स्तरीय मुखी सम्मेलन 18 व 19 दिसम्बर को भीलवाड़ा में

 

भीलवाड़ा, 16 अक्टूबर। भारतीय सिंधु सभा राजस्थान की ओर से अमर शहीद हेमू कालानी के जन्म शताब्दी वर्ष के अवसर पर राज्य की सभी इकाइयों द्वारा प्रदेश भर में कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। वहीं सिंधी पंचायतों का राज्य स्तरीय मुखी सम्मेलन भीलवाड़ा के हरिशेवा धाम में 18 व 19 दिसम्बर को आयोजित होगा। इसके लिए अभी से तैयारियां प्रांरभ कर दी है। भीलवाड़ा के सिंधु नगर में स्थित संतकंवरराम धर्मशाला में हुई बैठक में यह निर्णय लिया गया। बैठक में जिले भर से आए सिंधु भाषी लोगों ने सिंधु भाषा व संस्कृति को बढावा देने पर चर्चा की। भारतीय सिंधु सभा के प्रदेशाध्यक्ष मोहनलाल वाधवानी ने कहा कि अखण्ड भारत का सिंधु प्रदेश स्वतंत्रता आन्दोलन में सबसे प्रभावी प्रदेश था। इस दौरान उन्होंने सिंध के गौरवशाली इतिहास

की जानकारी विद्यार्थियों को देने की बात कही। प्रदेश महामंत्री ईश्वर मोरवानी ने कहा कि अमर शहीद हेमू कालानी के जन्म शताब्दी वर्ष का शुभारंभ सिंधुपति राजा दाहिर सैन स्मारक अजमेर से 23 मार्च- 22 को किया जाएगा। बाद में प्रदेश में वर्ष भर कार्यक्रम आयोजित होंगे। उन्होंने बताया कि वर्ष पर्यन्त चलने वाले राज्य स्तरीय कार्यक्रमों का समापन समारोह 23 मार्च 2023 को जयपुर में होगा। प्रदेश स्तर पर जन्म शताब्दी आयोजन समिति का गठन कर यह कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। सभा के जयपुर जिला मंत्री मूलचंद बसंतताणी ने बताया कि राष्ट्रीय सिंधी भाषा ज्ञान प्रतियोगिता के लिए पंजीयन वर्तमान में चालू है।

जिसमें 31 अक्टूबर 21 तक पंजीयन करवा सकते है। उन्होंने बताया कि प्रतियोगिता में 10 वर्ष से 60 वर्ष तक के समाजबंधु शामिल हो सकते हैं। ऑनलाइन आयोजित होने वाली इस प्रतियोगिता के विजेताओं को पुरस्कृत किया जाएगा। उन्होंने बताया कि प्रतियोगिता का प्रश्न पत्र ऑब्जेक्टिव टाइप देवनागरी लिपि में होगा। भारतीय सिंधु सभा के संभाग प्रभारी वीरूमल पुरूसानी ने भीलवाड़ा जिले में सभा की गठित कार्यकारिणियों का परिचय कराते हुए पिछले 6 सालों में हुई गतिविधियों की जानकारी रखी। उन्होंने बताया कि भीलवाड़ा में आज महानगर इकाई सहित चार मंडल गठित है। जिले में आसींद, बीगोद, मांडलगढ़,

बिजौलिया, शाहपुरा, गुलाबपुरा में भी कार्यकारिणी गठित हो चुकी है। सभा के जिला अध्यक्ष तुलसीदास नथरानी ने कहा कि सिंधु सभा के दिसंबर में होने वाले प्रदेश सम्मेलन में भीलवाड़ा जिला पूरी तन्मयता से कार्यक्रम को संपन्न करायेगा। सिंधु सभा के

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राष्ट्रीय कार्यसमिति सदस्य भगवानदाय नथरानी ने शुरूआत में भीलवाड़ा पहुंचे सभी पदाधिकारियों व अतिथियों का स्वागत किया तथा प्रत्येक सिंधी परिवार से सिंधु सभा से जुड़ने का आव्हान किया। जिला महासचिव हरीश मानवानी ने भीलवाड़ा जिले का प्रतिवेदन रखते हुए पूर्वजों के मूल्यों को स्थापित रखने का आव्हान किया। उन्होंने कहा कि आजादी आंदोलन में सिंधी

समुदाय के सैनानियों की कुर्बानी को व्यर्थ नहीं जाने देगें। सिंधु सभा के राष्ट्रीय मंत्री एवं प्रदेश प्रभारी महेंद्र तीर्थानी ने सिंधु नरेश राजा दाहिर सेन की मूर्ति प्रदेश के सिंधी बाहुल्य शहरों में स्थापित कराने की मांग उठाते हुए कहा कि सिंधु सभ्यता की वाहक भारतीय सिंधु सभा सिंधी बाहुल्य क्षेत्रों महाराष्ट्र, गुजरात ,राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, दिल्ली सहित अन्य प्रांतों में सिंधु सभ्यता के प्रचार प्रसार की दिशा में कार्य कर रही है। तीर्थानी ने संगठन के पदाधिकारियों को अधिक समाजव्यापी कार्य करने की प्रेरणा देते हुए उनका उत्साहवर्द्धन किया और सक्रियता के साथ समाज में संस्कारों के निर्माण का आह्वान किया। उन्होंने

सम्पूर्ण मानव समाज के प्रति समर्पण भाव से कार्य करने की बात कही। उन्होंने कहा कि इस वर्ष देश की आजादी को 75 वर्ष पूरे होने जा रहे हैं। देश की आजादी में सिन्ध के योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता है। सिन्ध के बिना हिन्द हमेशा अधूरा है। जल्द ही सिन्ध मिलकर भारत अखण्ड बनेगा। तीर्थानी ने कहा कि सिंधी भाषा की समृद्धि के लिए प्रयास किए जाने की जरुरत है, इसके लिए हमारी आपसी बातचीत में ज्यादा से ज्यादा सिंधी भाषा का उपयोग करें। हमारी पुरानी पीढ़ी ने समृद्ध सारी विरासत छोड़ी है उसी के पद चिन्हों पर अब नई पीढ़ी को चलना होगा। राष्ट्रीय मंत्री महेन्द्र कुमार तीर्थानी ने सिन्धु महाकुंभ

जयपुर में पारित प्रस्तावों में केन्द्र सरकार के समक्ष रखी 5 मांगों की प्रगति की समीक्षा करते हुए कहा कि देश में सिंधी विश्वविद्यालय, चेटीचंड पर राष्ट्रीय अवकाश, सिंधी संग्रहालय, सिंधी भाषा की मान्यता के लिए प्रयास करने, राष्ट्रीय परेड़ में सिंधी समुदाय को शामिल करने सहित अन्य मांगों पर केंद्र सरकार से वार्ता चल रही है। साहित्यकार गुलाबराय मीरचंदानी ने कहा कि हर शहर में सिंधी पुस्तकों और साहित्यों की लाइब्रेरी हो जिससे नई पीढ़ी सिंधी संस्कृति को जान सके। कार्यक्रम को सभा के नगर अध्यक्ष जितेंद्र रंगलानी व जिला उपाध्यक्ष कविता लोहानी ने भी संबोधित किया।

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