चयनकर्ताओं को देनी पड़ी सफाई

एक बार फिर फिट हो चुके केदार जाधव ने गुरुवार को कहा कि वेस्टइंडीज के खिलाफ बाकी बचे तीन वनडे मैचों के लिए भारतीय टीम में नहीं चुने जाने के बारे में उन्हें जानकारी नहीं दी गयी जिसके बाद मुख्य चयनकर्ता एमएसके प्रसाद को कहना पड़ा कि इस बल्लेबाज को चोटिल होने के उनके पुराने इतिहास के कारण टीम में नहीं चुना गया।

जाधव से जब यह पूछा गया कि वेस्टइंडीज के खिलाफ बाकी बचे तीन मैचों में उनके चयन को लेकर किसी तरह की जानकारी दी गई तो उन्होंने कहा, ‘मुझे इसकी जानकारी नहीं है।’ पुणे के इस 33 साल के खिलाड़ी ने कहा, ‘देखते हैं क्या होता है। मुझे ये बताने वाले आप पहले व्यक्ति हैं।

प्रसाद ने चयनकर्ताओं का बचाव करते हुए कहा कि जाधव को वापसी के लिए अधिक घरेलू मैचों में खेलना होगा। उन्होंने कहा, ‘हमने केदार को फिटनेस के उनके इतिहास को देखते हुए नहीं चुना। इससे पहले भी कुछ मौकों पर उन्होंने फिट होकर वापसी की लेकिन फिर चोटिल हो गए जैसे कि पिछले महीने एशिया कप में हुआ।’ प्रसाद ने कहा, ‘असल में हम सोच रहे थे कि अगर भारत ए आज जीत दर्ज करने में सफल रहता है तो केदार को एक अन्य मैच खेलने के लिए मिल जाएगा जिससे हमें उनकी मैच फिटनेस का सही आकलन करने का मौका मिल जाता।

करुण नायर और मुरली विजय ने कहा था कि टेस्ट टीम से बाहर किए जाने से पहले चयनकर्ताओं ने उनसे बात नहीं की। इस दावे को हालांकि मुख्य चयनकर्ता एमएसके प्रसाद ने खारिज किया था। जाधव ने पिछले महीने एशिया कप के दौरान टीम में वापसी की थी लेकिन फाइनल में मांसपेशियों में खिंचाव की समस्या फिर उभरने के कारण उन्हें दोबारा रिहैबिलिटेशन से गुजरना पड़ा। इससे अनिश्चितता पैदा होती है कि आपको अगला मौका कब मिलेगा। जब आप वापसी करते हैं तो आपको शून्य से शुरुआत करनी होती है क्योंकि आप काफी मैचों में खेलने से चूक चुके होते हैं। इससे पीड़ा पहुंचती है लेकिन आपको इसे स्वीकार करके आगे बढ़ना होता है।’