विधानसभा की एक सीट के लिए महागठबंधन में टूट

बिहार: विधानसभा की एक सीट के लिए महागठबंधन में टूट!

पटना, 04 अक्टूबर। बिहार में पिछले विधानसभा चुनाव में बना महागठबंधन दो विधानसभा सीटों पर हो रहे उपचुनाव को लेकर टूटने के कगार पर पहुंच गया है। कुशेश्वरस्थान सीट को लेकर राष्ट्रीय जनता दल (राजद) और कांग्रेस पहले ही आमने-सामने आ गए थे, अब राजद ने तारापुर और कुशेश्वर स्थान से अपने प्रत्याशियों की घोषणा भी कर दी। इधर, कांग्रेस भी अब दोनों सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारने पर विचार कर रही है।

बिहार के तारापुर और कुशेश्वरस्थान सीट पर उपचुनाव हो रहा है। विधानसभा चुनाव 2020 में कुशेश्वरस्थान सीट जहां कांग्रेस के हिस्से आई थी वहीं तारापुर से राजद ने अपना प्रत्याशी उतारा था। दोनों सीटों पर जदयू के प्रत्याशी विजयी हुए थे। कुशेश्वर स्थान से विधायक शशिभूषण हजारी तथा तारापुर के विधायक मेवालाल चौधरी के निधन के बाद दोनों सीटों पर उपचुनाव हो रहा है।

इस उपचुनाव में कांग्रेस कुशेश्वरस्थान सीट पर दावेदारी कर रही थी। इस बीच रविवार को राजद ने कांग्रेस की दावेदारी को खारिज करते हुए दोनों सीटों पर अपने प्रत्याशी की घोषणा कर दी। राजद प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने तारापुर से अरूण कुमार साह और कुशेश्वरस्थान से गणेश भारती को पार्टी का उम्मीदवार बनाने की घोषणा कर दी। इस घोषणा के साथ ही अब माना जा रहा है कि महागठबंधन में टूट तय है।

कांग्रेस इस उपचुनाव में अब पीछे हटने के मूड में नहीं दिख रही है। कांग्रेस के नेता इस मसले पर ज्यादा खुलकर तो सामने नहीं आ रहे हैं लेकिन इतना जरूर कह रहे हैं कि राजद ने गठबंधन धर्म का पालन नहीं किया। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष मदन मोहन झा ने कहा कि अभी इस मसले पर बहुत कुछ कहना जल्दबाजी होगी। इस पर विचार किया जा रहा है।

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प्रदेश अध्यक्ष भले ही इस मसले पर खुलकर नहीं बोल रहे हैं कि लेकिन कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने नाम प्राकशित नहीं करने की शर्त पर कहते हैं कि कांग्रेस दोनों सीटों पर प्रत्याशी उतारने पर विचार कर रही है। उन्होंने कहा कि कुशेश्वरस्थान से कांग्रेस वरिष्ठ नेता अशोक कुमार या उनके बेटे को चुनावी मैदान में उतारने की तैयारी कर ली है।

पिछले विधानसभा में कुशेश्वरस्थान से जदयू के प्रत्याशी महेश्वर हजारी ने कांग्रेस के प्रत्याशी अशोक कुमार को करीब सात हजार मतों से पराजित किया था। इधर, महागठबंधन में आई दरार के बीच विरोधी भी अब कटाक्ष करने से नहीं चूक रहे है।

भाजपा के ओबीसी मोर्चा के राष्ट्रीय महासचिव निखिल आनंद ने राजद पर इसी बहाने कांग्रेस को उसकी हैसियत बताने का आरोप लगाते हुए कहा, राजद पहले से ही इस बात को लेकर परेशान है कि कांग्रेस लगातार उसकी छत्रछाया से बाहर निकलने के लिए मशक्कत कर रही है। कांग्रेस द्वारा कन्हैया कुमार को पार्टी में शामिल कराना इसी रणनीति का हिस्सा है।

इन दोनों विधानसभा क्षेत्रों में 30 अक्टूबर को वोट डाले जाएंगे, जबकि दो नवंबर को परिणाम घोषित होगा। प्रत्याशी आठ अक्टूबर तक नामांकन का पर्चा दाखिल कर सकते हैं।

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