आधी रात में चेकिंग, क्या हम आतंकवादी हैं ? बस ये पूछते ही पुलिस ने पीटकर मार डाला….!
मृतक मनीष गुप्ता (फाइल फोटो) 👆
मेरी तो दुनिया उजड़ गई: मीनाक्षी बेटे के साथ 👆
इंस्पेक्टर सहित 6 पुलिसकर्मी सस्पेंड, एफआईआर दर्ज: मुख्यमंत्री ने दी 10 लाख की मदद…
अखिलेश यादव ने कहा- भाजपा सरकार की हिंसक संस्कृति का नतीजा है व्यापारी की हत्या...
लखनऊ/गोरखपुर। कानपुर के प्रॉपर्टी डीलर मनीष गुप्ता अपने दो दोस्तों के साथ गोरखपुर घूमने गए थे, जहां रामगढ़ताल के कृष्णा पैलेस होटल में ठहरे थे। सोमवार की आधी रात पुलिस से चेकिंग के दौरान मनीष की हुई कहासुनी के बाद सिर में चोट लगने से उसकी मौत हो गई। चेकिंग के दौरान हड़बड़ी में गिरने से मनीष के घायल होने की बात पुलिस कह रही है, वहीं मनीष के दोस्तों ने पुलिस द्वारा पीटे जाने की बात कही तथा मृतक की पत्नी मीनाक्षी व परिजनों का भी आरोप है कि पुलिस वालों ने ही मनीष को पीटकर मार डाला। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा मृतक की पत्नी से बात करने व उनके सख्त रुख के बाद इंस्पेक्टर सहित 6 पुलिसकर्मियों को निलंबित करने के साथ ही हत्या का मामला दर्ज कर लिया गया है। मुख्यमंत्री ने पीड़ित परिवार को 10 लाख की मदद दी है।
मृतक मनीष गुप्ता की पत्नी की तहरीर पर 3 नामजद समेत 6 पुलिसकर्मियों पर हत्या का केस दर्ज किया गया है। डीएम व एसएसपी देर रात तक परिजनों से बात कर कार्रवाई का आश्वासन देते रहे। एसएसपी विपिन ताडा ने इंस्पेक्टर जेएन सिंह व चौकी इंचार्ज आकर्षण मिश्रा सहित 6 पुलिसवालों को निलंबित कर मामले की जांच एसपी (उत्तरी) को सौंपी है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत की वजह सिर पर चोटी लगना बताई गई है।
मनीष के दोस्तों व परिजनों का आरोप है कि मनीष का कसूर सिर्फ इतना था कि आधी रात को होटल में चेकिंग करने पहुंची पुलिस से उसने पूछा था कि यह चेकिंग का क्या तरीका है ? क्या हम लोग आतंकवादी हैं ? इसी के बाद इंस्पेक्टर रामगढ़ताल जेएन सिंह और फल मंडी चौकी इंचार्ज अक्षय मिश्रा भड़क गए। दोनों ने होटल में रूम बंद करके मनीष को जमकर पीटा। शुरू में पुलिस ने मामले को दबाने की काफी कोशिश की।गोरखपुर के रहने वाले चंदन सैनी के अनुसार वह बिजनेस करते हैं। उनके तीन दोस्त गुरुग्राम से प्रदीप चौहान (32 वर्ष), हरदीप सिंह चौहान (35 वर्ष) और कानपुर से मनीष गुप्ता (35 वर्ष) गोरखपुर घूमने आए थे। चंदन के मुताबिक, सभी दोस्त रियल एस्टेट और अन्य बिजनेस करते हैं। चंदन हमेशा अपने दोस्तों को गोरखपुर में हो रहे विकास के बारे में बताता रहता था। दोस्तों की काफी दिनों से प्लानिंग थी कि एक बार गोरखपुर घूमने आएंगे।
रात 12.30 बजे चेकिंग करने पहुंची थी…..
चंदन ने दोस्तों को होटल कृष्णा पैलेस के रूम नंबर 512 में ठहराया था। आरोप है कि सोमवार की रात करीब 12 बजकर 30 मिनट पर रामगढ़ताल पुलिस होटल में चेकिंग करने पहुंची। इंस्पेक्टर जेएन सिंह, दरोगा अक्षय मिश्रा के अलावा थाने का अन्य फोर्स भी साथ में था। होटल के कमरे का दरवाजा नॉक कर खुलवाया। पुलिस के साथ होटल का रिसेप्शनिस्ट भी था। पुलिस वालों ने बोला कि चेकिंग हो रही है। सभी अपनी आईडी प्रूफ दिखाओ। तीनों में हरदीप ने खुद की और साथी प्रदीप चौहान की आईडी दिखा दी। जबकि मनीष सो रहे थे। प्रदीप ने उन्हे आईडी दिखाने के लिए नींद से जगाया। इतने पर प्रदीप वहां मौजूद पुलिस वालों से बोल बैठा, इतनी रात में यह चेकिंग किस बात की हो रही है। हम लोग क्या आतंकवादी हैं ? सोते हुए इंसान को आप लोग उठाकर डिस्टर्ब कर रहे हैं। आरोप है कि इससे पुलिस वाले बौखला गए।इंस्पेक्टर जेएन सिंह और अक्षय मिश्रा ने मनीष को पीटना शुरू कर दिया। चंदन के मुताबिक, हम दोनों को पीटते हुए कमरे से बाहर ले गए। कुछ ही देर बाद देखा कि पुलिस वाले मनीष गुप्ता को घसीटते हुए बाहर लेकर आए, वह खून से लथपथ था। इसके बाद पुलिस वाले मनीष को अस्पताल ले गए, जहां डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
माता- पिता का इकलौता बेटा था मनीष…..
मनीष अपने माता-पिता का इकलौता बेटा था। 8 साल पहले ही उसकी शादी हुई थी। परिवार में उसके बीमार पिता और पत्नी के अलावा उसका एक 4 साल का मासूम बेटा अभिराज है। मां की कुछ दिनों पहले मृत्यु हो चुकी है। मीनाक्षी ने रो-रोकर कहा कि पति की मौत के बाद उनकी पूरी दुनियां ही उजड़ गई। अब वह कैसे क्या करेंगी। उधर, मीनाक्षी के मासूम बेटे को अभी यह भी नहीं पता कि उसके पिता इस दुनिया में नहीं हैं। मासूम अपनी मां को चुप करा रहा था तो कभी वह खुद भी मां को रोता देख रो रहा था। बीच-बीच अपने पिता के बारे में पूछ रहा था। (29 सितंबर 2021)
विशेष संवाददाता विजय आनंद वर्मा की रिपोर्ट, , ,