संजय मिश्रा, रणवीर शौरी अभिनीत हसल हमारे अंदर का अंधेरा खोजती है…
मुंबई, 15 सितंबर । निर्देशक रवि सिंह का कहना है कि उनकी फिल्म हसल हर व्यक्ति के अंदर मौजूद अंधेरे को खोजती है। फिल्म के बारे में रवि सिंह ने खुलासा किया, यह जीवन की कहानी है, हर इंसान में व्याप्त अंधेरे की कहानी है, कुछ में इसके साथ बढ़ने का साहस है, कुछ में खुद के अस्पष्ट हिस्सों को खोजने का साहस है, कुछ अलग दिखने और चांद की तरह चमकने की जद्दोजहद करते हैं, कुछ में बदले की आग होती है। यह चार जीवन और उनके जीने के संघर्ष की ऊधम की कहानी है। यह फिल्म उस मौलिक अंधेरे को दिखाती है जिसे हर कोई छुपाता है, जबकि वह हर व्यक्ति के भीतर होता है। यह दर्शाता है कि कैसे फिल्म के सभी चार पात्र अपने संघर्षो का आनंद लेते हैं, स्वीकार करते हैं और इसका जश्न मनाते हैं और इसके साथ बेहतर तरीके से जीने की कोशिश करते हैं। इस फिल्म की पटकथा लिखने के विचार के बारे में रवि कहते हैं, फिल्म में 4 कहानियां हैं और मुझे अपने परिवेश से अवलोकन के माध्यम से प्रेरणा मिली है। इसलिए ये काल्पनिक पात्र नहीं हैं और वास्तविक जीवन से अनुकूलित हैं। मैंने उन्हें सिर्फ शब्द दिए हैं। यह एक ऐसी कहानी है, जो हर परिवार, शहर, गांव आदि में बसती है। यह हम जैसे आम लोगों की कहानी है। संजय मिश्रा, रणवीर शौरी, राघव जुयाल और तेजस्वी सिंह अहलावत अभिनीत हसल रवि सिंह द्वारा लिखित, निर्देशित और जयेश पटेल द्वारा निर्मित है। ब्रावो एंटरटेनमेंट द्वारा प्रस्तुत यह फिल्म दिसंबर में फ्लोर पर जाएगी। पहला शूट शेड्यूल वाराणसी में होगा। इसमें इश्तियाक खान भी अहम भूमिका में हैं। निर्माता जयेश पटेल को वास्तव में कहानी का सेटअप पसंद आया। उन्होंने कहा, लेखक-निर्देशक रवि ने मुझे इस साल जनवरी में यह कहानी सुनाई। मुझे वास्तव में शैली और कहानी का सेटअप और उपचार पसंद आया। फिर, कलाकारों के अनुकूल भूमिका के लिए सहमत हुए, हम बस आगे बढ़ गए। प्री-प्रोडक्शन पूरा हो गया है। अभिनेताओं के साथ कार्यशाला पूरे नवंबर के लिए निर्धारित की गई है। हम वाराणसी में दिसंबर के पहले सप्ताह में शूटिंग शुरू करेंगे।
हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…