भाजपा विधायक दल की बैठक, मुख्यमंत्री पद पर फैसला आने की उम्मीद
गांधीनगर, 12 सितंबर। गुजरात के अगले मुख्यमंत्री पर असमंसज की स्थिति रविवार को यहां भारतीय जनता पार्टी के विधायक दल की बैठक के बाद खत्म हो जाएगी। पार्टी के सूत्रों ने यह जानकारी दी।
दरअसल विजय रूपाणी के गुजरात के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद अगले मुख्यमंत्री की तलाश शुरू हो गयी है।
केंद्रीय पर्यवेक्षक नरेंद्र सिंह तोमर ने रविवार सुबह भाजपा के गुजरात प्रदेश अध्यक्ष सी आर पाटिल से मुलाकात की। तोमर भी विधायक दल की बैठक में भाग लेंगे। भाजपा ने नए मुख्यमंत्री के चयन के लिए विधायक दल की बैठक के वास्ते केंद्रीय मंत्री तोमर और प्रह्लाद जोदी को पर्यवेक्षक नियुक्त किया है।
तोमर ने हवाईअड्डे पर कहा, ”हम मुद्दे (नए मुख्यमंत्री) पर चर्चा के लिए यहां आए हैं। हम भाजपा के प्रदेश नेताओं के साथ इस पर चर्चा करेंगे।”
जोशी ने कहा, ”मैं गुजरात के नेताओं से विचार विमर्श करूंगा और उसके बाद केंद्रीय नेतृत्व फैसला लेगा।” भाजपा के महासचिव तरुण चुग भी अहमदाबाद पहुंच चुके हैं।
ऐसे कयास लगाए जा रहे हैं केंद्र शासित प्रदेश लक्षद्वीप, दादर तथा नागर हवेली व दमन और दीव के प्रशासक प्रफुल खोड़ा पटेल मुख्यमंत्री पद के शीर्ष दावेदारों में से एक हैं। साथ ही केंद्रीय मत्स्य पालन, पशु पालन और डेयरी मंत्री परषोत्तम रूपाला तथा केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया के नाम पर भी चर्चा चलने की खबरें हैं। दोनों ही पटेल या पाटीदार समुदाय से ताल्लुक रखते हैं।
गुजरात के उपमुख्यमंत्री नितिन पटेल और राज्य के कृषि मंत्री आरसी फालदू के नामों को लेकर भी कयास लगाए जा रहे हैं। दोनों ही पटेल समुदाय से आते हैं।
रूपाणी (65) ने शनिवार को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। उन्होंने अगले साल राज्य में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले अचानक इस्तीफे की घोषणा की।
अभी यह स्पष्ट नहीं है कि रूपाणी ने किस वजह से इस्तीफा दिया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के गृह राज्य गुजरात की 182 विधानसभा सीटों के लिए दिसंबर 2022 में चुनाव होने हैं।
रूपाणी (65) कोरोना वायरस महामारी के दौरान भाजपा शासित राज्यों में पद छोड़ने वाले चौथे मुख्यमंत्री हैं। उन्होंने दिसंबर 2017 में मुख्यमंत्री के तौर पर दूसरी पारी के लिये पद की शपथ ली थी।
उन्होंने राज्यपाल आचार्य देवव्रत से मुलाकात और उन्हें इस्तीफा पत्र सौंपने के बाद पत्रकारों से कहा, ”मैंने गुजरात के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है। मुझे पांच साल तक राज्य की सेवा करने का मौका दिया गया। मैंने राज्य के विकास में योगदान दिया। मेरी पार्टी जो कहेगी, आगे मैं वही करूंगा।”
रूपाणी सबसे पहले आनंदीबेन पटेल के इस्तीफे के बाद सात अगस्त 2016 को गुजरात के मुख्यमंत्री बने थे और वह 2017 विधानसभा चुनावों में भाजपा की जीत के बाद पद पर बने रहे।
हिन्द वतन’ समाचार की रिपोर्ट