मुक्केबाजी महासंघ ने विदेशी कोचों के कार्यकाल में तीन महीने का विस्तार मांगा, उसके बाद समीक्षा…

मुक्केबाजी महासंघ ने विदेशी कोचों के कार्यकाल में तीन महीने का विस्तार मांगा, उसके बाद समीक्षा…

नई दिल्ली, 07 सितंबर। भारतीय मुक्केबाजी महासंघ ने विदेशी कोचों के कार्यकाल में तीन महीने के विस्तार का अनुरोध करते हुए कहा है कि विश्व चैम्पियनशिप के बाद अनुबंध की समीक्षा की जायेगी। कोचों का कार्यकाल इस महीने समाप्त हो रहा है। भारतीय मुक्केबाजी में दो विदेशी कोच पुरूषों के हाई परफॉर्मेंस निदेशक स्वीडन के सैंटियागो नीवा और महिला टीम में इटली की रफेल बर्गामास्को हैं। दोनों 2017 में टीमों से जुड़े थे और उनके करार तोक्यो ओलंपिक तक थे। भारतीय मुक्केबाजी महासंघ के महासचिव हेमंत कलीता ने कहा, ‘हमने भारतीय खेल प्राधिकरण से दोनों के कार्यकाल में तीन महीने का विस्तार मांगा है। पुरूषों की विश्व चैम्पियनशिप अगले महीने और महिलाओं की दिसंबर में है। हम इनकी सेवायें बरकरार रखना चाहते हैं।’’ यह फैसला हाल ही में महासंघ की कार्यकारी समिति की बैठक में लिया गया। कलीता ने कहा, ‘ओलंपिक में प्रदर्शन पर हमारी समीक्षा चल रही है। दोनों विश्व चैम्पियनशिप के बाद ही कोचों के करार पर फैसला लिया जायेगा।’’ उन्होंने कहा, ‘इसमें समय लगेगा। कार्यकाल में विस्तार से तैयारियां बाधित नहीं होंगी क्योंकि समय बहुत कम रह गया है।’’ भारत के नौ मुक्केबाजों (पांच पुरूष और चार महिला) ने तोक्यो ओलंपिक के लिये क्वालीफाई किया था जिनमें से सिर्फ लवलीना बोरगोहेन (69 किलो) कांस्य पदक जीत सकी। पुरूषों में सतीश कुमार (प्लस 91 किलो) क्वार्टर फाइनल तक पहुंचे जबकि दुनिया के नंबर एक अमित पंघाल समेत चार पहले दौर में बाहर हो गए। नीवा और बर्गामास्को दोनों ने भारत के साथ जुड़े रहने की इच्छा जताई थी। 47 वर्ष के नीवा अंतरराष्ट्रीय मुक्केबाजी संघ की कोचों की समिति में हैं और एशियाई मुक्केबाजी परिसंघ की कोचों की समिति के उपाध्यक्ष हैं।

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