औरैया, मैनपुरी, फिरोजाबाद, एटा, हापुड़, सिद्धार्थनगर, रामपुर, गोरखपुर, फर्रुखाबाद आदि जनपदों में सत्ता दल खुलकर समाजवादी पार्टी के निर्वाचित जिला पंचायत सदस्यों और समर्थित जिला पंचायत सदस्यों को उत्पीड़न का शिकार बना रहा है। हद तो यह है कि सरकारी तंत्र द्वारा पंचायत सदस्यों के परिवारीजनों को भी तरह-तरह से परेशान किया जा रहा है। समाजवादी पार्टी के प्रतिनिधिमण्डल ने पिछले दिनों पुलिस महानिदेशक से भी इसकी शिकायत की थी पर नतीजा अभी आना बाकी है।
खजनी के भाजपा विधायक पर गोरखपुर में क्षेत्र पंचायत सदस्य के पुत्र का अपहरण किए जाने का आरोप है। यहां भाजपा विधायक की बहू ब्लाक प्रमुख का चुनाव लड़ रही है। रामपुर में सत्ताधारियों के इशारे पर विपक्षी जिला पंचायत सदस्यों का प्रशासन उत्पीड़न कर रहा है। कभी वाहन चेकिंग तो कभी बिजली चेकिंग के बहाने परेशान किया जा रहा है। जिला पंचायत सदस्यों के पतियों का भी उत्पीड़न किया जा रहा है। उनके घरों में दबिश दी जा रही है।
विगत 16 जून 2021 को पुलिस महानिदेशक से मिलकर समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने शिकायत की थी कि औरैया में समाजवादी पार्टी के नेता जिला पंचायत सदस्य अवनेश खटिक के घर पहुंच कर राजस्व विभाग की टीम ने अभद्र व्यवहार किया। राजनीतिक द्वेष के चलते फर्जी मुकदमों में फंसाने के साथ समाजवादी पार्टी के नेता का मकान तोड़ने की भी धमकी दी गई है। उनके मार्केट को कोर्ट के स्टे के बावजूद तोड़ा जाना अन्याय है। एटा में जोगेन्द्र सिंह के विरूद्ध दो-दो फर्जी केस लगाये गए हैं। फिरोजाबाद में भाजपा सरकार के इशारे पर जिला पंचायत सदस्य झब्बू यादव के दो ईट भट्ठों में फायर ब्रिगेड की गाड़ियों से पानी की बौछार की गई।
भाजपा सरकार अपने प्रशासन और पुलिस के दम पर जिला पंचायत सदस्यों पर दबाव बनाकर अगर धनबल से अपने जिला पंचायत अध्यक्षों को बनवाना चाहती है तो उसे जनता के भारी आक्रोश का सामना करना पड़ेगा। सन् 2022 में होने वाले चुनावों में भाजपा को सत्ता बनाने का निश्चय कर चुकी है। सत्ता के दुरुपयोग से वंचित होना तय है। इस बार जनता समाजवादी पार्टी की ही प्रदेश में सरकार बनाएगी।
हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…