दर्दनाक: आर्थिक तंगी से गुजर रहे परिवार के चार लोगों ने लगाई फांसी….!

दर्दनाक: आर्थिक तंगी से गुजर रहे परिवार के चार लोगों ने लगाई फांसी….!

अखिलेश पत्नी व बच्चों के साथ (फाइल फोटो) 👆

मौके पर छानबीन करती हुई पुलिस 👆

घटना की जानकारी देते हुए एसपी एस आनंद 👆

दवा कारोबारी ने दीवाली पर ही नए घर में गृह प्रवेश किया था: मोहल्ले के लोग हतप्रभ…

मृतकों में दंपत्ति, बेटा और बेटी: सुसाइड नोट मिला…

लखनऊ/शाहजहांपुर। यूपी के शाहजहांपुर जिले में कथित रूप से आर्थिक तंगी से परेशान एक ही परिवार के चार सदस्यों ने फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। शहर कोतवाली क्षेत्र स्थित कच्चे कटरा मोहल्ले में रहने वाले दवा कारोबारी अखिलेश गुप्ता (42 वर्ष), उनकी पत्नी रिशु गुप्ता (39 वर्ष), बेटे शिवांग (12 वर्ष) और बेटी हर्षिता (10 वर्ष) के शव घर में लटके मिले।
पुलिस अधीक्षक एस. आनंद के अनुसार बताया कि अखिलेश दवाइयों से जुड़ा काम करते थे। आज उनके किसी परिचित ने इन्हे फोन किया, कोई जवाब न मिलने पर वह अखिलेश के घर गया तो वहां का दृश्य देखकर उसने पुलिस को सूचना दी। मौके पर एक पत्र भी मिला है जिसमें आर्थिक तंगी एवं कर्ज से परेशान होने के चलते आत्महत्या जैसा कदम उठाने की बात लिखी है। पत्र में एक व्यक्ति से परेशान होने के बारे में जिक्र है। अखिलेश और रिशु के शव एक कमरे में जबकि बेटे और बेटी के शव अलग-अलग कमरे में लटके मिले।
आशंका है कि दंपति ने पहले अपने दोनों बच्चों को अलग-अलग फांसी पर लटकाया और उसके बाद खुद भी फांसी लगा ली। सीओ (सिटी) के अनुसार सुसाइड लेटर में आर्थिक तंगी का जिक्र किया गया है। कच्चा कटरा मोहल्ले में दिवाली पर ही दवा कारोबारी अखिलेश गुप्ता ने नया मकान बना कर गृहप्रवेश किया था।चर्चा है कि अखिलेश गुप्ता आर्थिक तंगी से गुजर रहे थे। 11:30 बजे के करीब दूधिया दूध देने के लिए आया था। दूध लेकर पत्नी रिशू अंदर गईं, फिर दरवाजे को बंद कर लिया। दोपहर करीब सवा बजे मोहल्ले का ही एक व्यक्ति अखिलेश के घर किसी काम से गया, उन्होने देखा कि दरवाजा थोड़ा सा खुला हुआ है। उसके पीछे स्टूल की ओट लगी हुई थी। उन्होने अखिलेश को आवाज दी, जवाब नहीं आया तो उन्हें कुछ शक हुआ‌।
इसके बाद पुलिस को सूचना दी गई। मकान में नीचे दवा आदि का स्टोर था। दूसरी मंजिल पर लाबी में छत पर पड़े जाल से अखिलेश और उनकी पत्नी रिशू के शव लटक रहे हैं। अंदर कमरे में पूजा घर के बाद बेटी अभिजीता और उसके पीछे बेटा शिवांग लटका हुआ था। अखिलेश मूल रूप से बरेली के फरीदपुर के मोहल्ला कच्चा कटरा के रहने वाले थे। काफी सालों से वह शाहजहांपुर में रह रहे थे। शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजकर पुलिस ने आत्महत्या के कारणों की जांच शुरू कर दी है। (7 जून 2021)

विशेष संवाददाता विजय आनंद वर्मा की रिपोर्ट, , ,