आँकड़ों से नहीं,आग से खेल रही है योगी सरकार-रालोद…

आँकड़ों से नहीं,आग से खेल रही है योगी सरकार-रालोद…

लखनऊ 12 मई। राष्ट्रीय लोक दल के राष्ट्रीय प्रवक्ता अनुपम मिश्रा ने प्रदेश सरकार पर कोरोना संक्रमितो की संख्या में गिरावट दिखाने वाले आँकड़ों की संख्या को झूठा बताते हुए प्रदेश सरकार पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि सरकार आँकड़ों से नहीं बल्कि आग से खेल रही है ।प्रदेश सरकार द्वारा लगातार कोरोना संक्रमण से संबंधित संख्या को छिपाने की कोशिश होती रही है। प्रदेश सरकार कितने शातिराना अंदाज में यह संख्या कम कर दिखा रही है। इसकी एक बानगी सरकार के खुद के उच्च न्यायालय में दिए गए हलफनामे में देखने को मिलती है जिसमें सरकार ने स्वयं यह स्वीकार किया है कि उसने टेस्टिंग घटा दी है। (माननीय उच्च न्यायालय के आदेश का पैरा दो देखें।)प्रदेश गृह सचिव ने अपने हलफनामे में यह भी स्वीकार किया है कि दवाएं भी पर्याप्त नहीं है। अनुपम मिश्रा ने प्रदेश सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि प्रदेश सरकार को मरते हुए लोग ,उनकी चिताओं से उठता धुआँ और अनाथ होते बच्चे नहीं दिख रहे हैं उसको तो अपनी इमेज बिल्डिंग करनी है कि किस तरह झूठ के सहारे अलग-अलग एजेंसियों से अपने पक्ष में रैंकिंग करा लें।
आगे बोलते हुए अनुपम मिश्रा ने कहा कि प्रदेश में सरकार ने जांच की संख्या घटा दी है तो संक्रमितो की संख्या भी कम ही आएगी, जहां पहले लगभग 30000 लोगों की प्रतिदिन जांच हो रही थी। वहीं अब यह संख्या 16 से 20 हजार के लगभग हो गई है। यानी की जांच का दायरा लगभग आधा कर दिया गया है।
समझ से परे है कि इस तरह के आंकड़ों से सरकार क्या हासिल करना चाहती है ?या क्या हासिल करेगी? अभी ग्रामीण जांच की संख्या तो इसमें जुड़ी नहीं है। यदि ग्रामीण क्षेत्रों में ठीक से जांच होने लगे तो संक्रमितो की संख्या 50000 के पार निकल जाएगी और वैज्ञानिकों की वह भविष्यवाणी कि उत्तर प्रदेश में मई के पहले और दूसरे सप्ताह में एक लाख से अधिक संक्रमितो की संख्या प्रतिदिन होगी, सच साबित हो जाएगी। इसलिए सरकार शुतुरमुर्ग की तरह जमीन में सिर धसा कर सत्य से मुंह मोड़ रही है। गंगा यमुना में बहती लाशों की तस्वीर न केवल भयभीत करने वाली है बल्कि यह बताने के लिए पर्याप्त है कि संक्रमण तेजी से गांव में पैर पसार रहा है। ग्रामीणों की आर्थिक स्थिति इतनी खराब हो चुकी है कि उनके पास अंतिम संस्कार के लिए भी पैसों की समस्या हो रही है, इसलिए वह लाशों को बहाने पर मजबूर हो गए हैं ।

हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…