यूपी पंचायत चुनाव के नतीजों में भाजपा-सपा में कांटे की टक्कर…

यूपी पंचायत चुनाव के नतीजों में भाजपा-सपा में कांटे की टक्कर…

दो बार की सांसद रीना चौधरी को मिली हार 👆

  भाजपा सांसद कौशल किशोर की बहू भी हारी 👆

                                सपा समर्थित पलक रावत को मिली जीत 👆

  गोरखपुर में “आप” के अचार वाले बाबा जीते 👆

फिलहाल सपा का पलड़ा भारी, बसपा तीसरे नंबर पर: निर्दलीयों की पौ-बारह…

दो बार की सांसद भाजपा की रीना चौधरी हारीं, सांसद कौशल किशोर की बहू को भी मिली हार…

तीसरे दिन भी “गांव की सरकार” की मतगणना जारी…

लखनऊ। उत्तर प्रदेश में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव की मतगणना खबर लिखे जाने तक आज तीसरे दिन भी जारी थी और सपा 760, भाजपा 719, बसपा 381, कांग्रेस 76 सीटों पर आगे थी जबकि 1,114 स्थानों पर निर्दलीयों ने बढ़त बना रखी थी। यूपी के अलग-अलग जिलों से अचंभित करने वाले परिणाम भी देखने को मिल रहे हैं।राजधानी लखनऊ के मोहनलालगंज से दो बार सांसद रह चुकीं रीना चौधरी (भाजपा प्रत्याशी) को सपा समर्थित पलक रावत ने जिला पंचायत वार्ड संख्या 15 से शिकस्त देकर सबको चौंका दिया है। वहीं मोहनलालगंज के वर्तमान भाजपा सांसद कौशल किशोर की पुत्र-बधू को भी उन्ही के गढ़ में हार मिली है।
मोहनलालगंज की पूर्व सांसद रीना पहले सपा से ही जुड़ी हुई थीं, बाद में वे भाजपा में शामिल हो गईं। जिला पंचायत वार्ड नंबर 15 से जीतने वाली सपा समर्थित उम्मीदवार पलक रावत ने लगभग 2 हजार से अधिक वोटों से दो बार सांसद रह चुकीं भाजपा उम्मीदवार रीना चौधरी को मात दी है। पलक रावत को कुल 8 हजार 834 मत प्राप्त हुए हैं जबकि रीना चौधरी को कुल 6 हजार 735 वोट मिले, वह 2099 वोटों से हार गईं। जिला पंचायत अध्यक्ष की सीट इस बार महिला एससी आरक्षित थी। रीना चौधरी को ये चुनाव जीतकर आगे जिला पंचायत अध्यक्ष बनने की उम्मीद थी।
चिनहट वार्ड-1 से जिला पंचायत चुनाव में बसपा की शशि बाला ने जीत दर्ज की है। चौंकाने वाला परिणाम जिला पंचायत अध्यक्ष माया यादव की हार का रहा। चिनहट वार्ड नंबर एक से बसपा समर्थित शशिपाल ने माया को हरा दिया। माया को सपा से समर्थन मिला हुआ था।मोहनलालगंज से भाजपा सांसद कौशल किशोर की बहू को भी हार का सामना करना पड़ा है, सांसद के गढ़ में उनकी बहू की हार काफी चौंकाने वाली है। सांसद के अलावा कौशल की पत्नी जया देवी खुद मलिहाबाद से विधायक हैं। ऐसे में जिला पंचायत में हार काफी मुश्किलें पैदा करने वााली है।
मोहनलालगंज से समाजवादी पार्टी के विधायक अंबरीश गौतम ने इलाके में अपनी पकड़ को एक बार फिर साबित किया। उनकी पत्नी विजयलक्ष्मी ने भाजपा समर्थित उम्मीदवार को हराकर अपनी सियासी जमीन और पुख्ता की।सरोजनीनगर वार्ड नंबर 17 से किरन ने जबरदस्त प्रदर्शन करते हुए लगातार चौथी बार जिला पंचायत सीट अपने नाम की। किरन फिलहाल निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में मैदान में थीं। किरन ने निवर्तमान सदस्य रीता यादव को चार हजार से अधिक मतों से हराया। सपा प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी ने कहा कि अब तक घोषित 50 प्रतिशत से अधिक सीटों पर सपा समर्थित उम्मीदवारों ने जीत दर्ज की है। वहीं आप के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने दावा किया कि 70 पार्टी समर्थित उम्मीदवारों ने जिला पंचायत सदस्यों के पद जीते और 200 से अधिक ग्राम प्रधान पद जीते हैं।
प्रधानमंत्री के क्षेत्र में भाजपा को झटका….
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में भाजपा को झटका, मात्र 8 सीटें मिलीं। वाराणसी में भाजपा को बड़ा झटका लगा है। जिला पंचायत चुनाव में 34 सीटों में से मात्र 8 सीटें ही भाजपा की झोली में आयी हैं। वहीं, समाजवादी पार्टी को 14, बसपा को 5, अपना दल को 3 और आम आदमी पार्टी को 1 सीट मिली है। जबकि, 3 सीटों पर निर्दलीय प्रत्याशी जीते हैं।
अयोध्या और मथुरा में भी भाजपा पीछे….
प्रदेश में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में जिला पंचायत की तीन हजार से ज्यादा सीटों के नतीजों में भाजपा एवं सपा के बीच कांटे की लड़ाई चल रहीहै, फिलहाल सपा आगे है। वहीं पश्चिम यूपी में राष्ट्रीय लोक दल ने बढ़त बनाई। भाजपा को वाराणसी के बाद अयोध्या और मथुरा में भी करारी हार मिली है। खबर लिखे जाने तक लखनऊ जिला पंचायत की 25 सीटों के परिणाम घोषित परिणामों में भाजपा को 3, सपा को 10, बसपा को 4 और अन्य को मिली 8 सीटों पर जीत मिली थी।
गोरखपुर में में निर्दलीय प्रत्याशियों का डंका…..
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के गृह क्षेत्र गोरखपुर में त्रिस्तरीय चुनाव में निर्दलीय प्रत्याशियों का डंका बज रहा है। गोरखपुर की 68 में से 25 सीट पर निर्दलीय प्रत्याशी ने सभी राजनीतिक दलों के उम्मीदवारों को पीछे छोड़ दिया है। वहीं 20 सीटों पर भाजपा के उम्मीदवार आगे चल रहे हैं। इसके अलावा 13 सीटों पर समाजवादी प्रत्याशी और 4 सीटों पर बसपा उम्मीदवारों को बढ़त मिली है। गोरखपुर में आम आदमी पार्टी के अमरनाथ दास “अचार वाले बाबा” ने 800 से अधिक वोटों से जीत हासिल की। (4 मई 2021)

विशेष संवाददाता विजय आनंद वर्मा की रिपोर्ट, , ,