शहर-शहर आॅक्सीजन के लिए हाहाकार: दिल्ली/अमृतसर में 30 लोगों की मौत…
मई में पीक पर होगा कोरोना: केंद्र ने भी कहा केस बढ़ेंगे, हाईकोर्ट ने सरकार से पूछा तैयारी क्या है ?
भाजपा सांसद कौशल किशोर ने दी धरने की धमकी…
सांसद कौशल किशोर ने दी धरने की चेतावनी 👆
लखनऊ/नई दिल्ली। देश के कई राज्यों में कोरोना महामारी और खासकर आॅक्सीजन की कमी को लेकर मचे हाहाकार के बीच दिल्ली हाईकोर्ट ने कहा है कि आॅक्सीजन की कमी से होने वाली मौतों को आपराधिक मामला माना जाएगा। कोर्ट ने कहा कि इसकी जिम्मेदारी केवल केंद्र सरकार की ही नहीं दिल्ली सरकार की भी है। मई में कोरोना पीक पर होगा हाईकोर्ट ने सरकार से पूछा तैयारी क्या है। इस बीच केंद ने कहा है कि अभी केस और बढ़ेंगे। ऑक्सीजन की कमी के चलते दिल्ली व अमृतसर के अस्पतालों में 30 लोगों की मौत हो गई है।
उधर लखनऊ में भाजपा सांसद कौशल किशोर ने धमकी दी है कि अगर घरों में आइसोलेट मरीजों को आॅक्सीजन न मिली तो वे धरना देंगे। दिल्ली के महाराजा अग्रसेन अस्पताल, जयपुर गोल्डन, सरोज अस्पताल और बत्रा अस्पताल ने आॅक्सीजन की कमी को लेकर हाईकोर्ट में याचिका दायर की है। हाईकोर्ट ने अपने आदेश में कहा कि दिल्ली सरकार को ऑक्सीजन टैंकरों की खरीद के लिए हर संभव प्रयास करने होंगे। कोर्ट ने कहा कि हम सभी ऑक्सीजन सप्लायर्स को निर्देशित करते हैं कि वे दिल्ली के अस्पतालों में दिए जाने वाले ऑक्सीजन का पूरा विवरण उपलब्ध करवाएं।
कोर्ट ने सरकार से पूछा, हमारी तैयारी कैसी …..?
सुनवाई के दौरान हाईकोर्ट ने कहा कि यह दूसरी लहर नहीं है बल्कि यह एक सुनामी है और अभी भी नए मामलों में तेजी आ रही हैं, हम उम्मीद कर रहे हैं कि मई के मध्य में यह पीक पर पहुंच जाएगा. हम इसकी तैयारी कैसे कर रहे हैं ? केंद्र ने हाईकोर्ट में कहा कि आने वाले हफ्तों में नए मामलों में तेजी से वृद्धि हो सकती है, यह पैनिक करने की जरुरत नहीं है, लेकिन हमें सबसे बुरे के लिए तैयार रहना होगा।
विदेशों से टैंकर आयात किए जा रहे हैं. . . . .
केंद्र का कहना है कि विदेश से टैंकर आयात किए जा रहे हैं। राज्य सरकारें टैंकरों की व्यवस्था के लिए समान रूप से मेहनत कर रही हैं। दिल्ली सरकार और अन्य सरकारों को मिलकर काम करना होगा। इससे पहले महाराजा अग्रसेन अस्पताल ने दिल्ली हाईकोर्ट से ऑक्सीजन की तत्काल आपूर्ति की मांग की, अस्पताल का कहना है कि हम 306 रोगियों के साथ दो अस्पताल चला रहे हैं। कल रात ही हमारे यहां ऑक्सीजन लगभग खत्म हो चुकी है, इस वजह से हम मरीजों को डिस्चार्ज कर रहे हैं।
इस बीच जयपुर गोल्डन अस्पताल की तरफ से हाईकोर्ट को बताया गया कि कल (शुक्रवार) ऑक्सीजन की कमी से उसके यहां 25 मरीजों की मौत हो गई।
कुछ घंटे के लिए ही ऑक्सीजन दे पा रहे हैं…..
दिल्ली सरकार ने कोर्ट से कहा कि अगर हमें आवंटित 480 मीट्रिक टन आॅक्सीजन नहीं मिली तो कुछ गंभीर घटनाएं हो जाएंगी, अगर चीजें क्रम में नहीं डाली जाती हैं तो 24 घंटे के भीतर पूरा कामकाज ध्वस्त हो जाएगा। दिल्ली सरकार के वकील ने कहा कि अभी हम 2 से 3 घंटे के लिए अस्पतालों में ऑक्सीजन की आपूर्ति कर रहे हैं, क्योंकि हमारे 140 अस्पताल और नर्सिंग होम हैं जो अभी संघर्ष कर रहे हैं।
आॅक्सीजन की कमी सेअमृतसर में भी 5 की मौत…
ऑक्सीजन की कमी से पंजाब के अमृतसर के एक निजी अस्पताल में पांच लोगों की मौत हो गई। फतेहगढ़ चूड़ियां बाईपास रोड स्थित नीलकंठ अस्पताल में पांच लोगों ने ऑक्सीजन की कमी के कारण दम तोड़ दिया। एक की हालत गंभीर है। जानकारी मिलते ही परिजन मौके पर पहुंचे और अस्पताल प्रबंधन के खिलाफ हंगामा कर दिया। नीलकंठ मल्टीस्पेशियलटी हॉस्पिटल प्रबंधन ने ऑक्सीजन की कमी का हवाला देते हुए कहा कि प्रशासन कह रहा है कि ऑक्सीजन प्राइवेट अस्पतालों को सरकारी अस्पतालों से पहले नहीं दी जाएगी।
घरों में आइसोलेट मरीजों को भी आॅक्सीजन मिले…
इस बीच लखनऊ में आज भाजपा सांसद कौशल किशोर ने अपनी ही सरकार को धरने की धमकी दी है। उन्होने कहा कि अगर घरों में आइसोलेट मरीजों के तीमारदारों को आॅक्सीजन सिलेंडर नहीं मिला तो उन्हे मजबूरन धरने पर बैठना पड़ेगा। कौशल किशोर ने कहा कि जरुरतमंदों को आॅक्सीजन उपलब्ध करना हम सभी की जिम्मेदारी है। सांसद ने कहा कि यह सही है कि अस्पतालों को गैस मिलना जरूरी है परंतु जो लोग घरों में आइसोलेट हैं और अपना जीवन बचाने में जुटे हुए हैं, उनके परिजन एक सिलेंडर के लिए आॅक्सीजन गैस रिफिलिंग फैक्ट्रियों के बाहर दिन-दिन भर लाइनों में खड़े हुए हैं उन्हे भी आॅक्सीजन मिलना चाहिए। (24 अप्रैल 2021)
विशेष संवाददाता विजय आनंद वर्मा की रिपोर्ट, , ,