वसीम रिजवी व सैय्यद फैजी यूपी शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड के सदस्य चुने गए…

वसीम रिजवी व सैय्यद फैजी यूपी शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड के सदस्य चुने गए…

तमाम विरोध के बावजूद वसीम रिजवी बने सदस्य 👆

दोनों को मिले बराबर 21 वोट: 36 मतदाताओं में से 29 ने डाला वोट…

मौलाना कल्बे जव्वाद ने भी डाला वोट: मतदान के दौरान हंगामा व गाली-गलौच भी हुई…

लखनऊ। यूपी शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड के सदस्य चुने जाने के लिए आज इंदिरा भवन के आठवें तल पर स्थित बोर्ड कार्यालय में हुए चुनाव में तमाम चर्चाओं, कयासों और धर्म गुरु मौलाना कल्बे जव्वाद की वसीम रिजवी को वोट न दिए जाने की अपील के बावजूद वक्फ बोर्ड के पूर्व चेयरमैन सैय्यद वसीम रिजवी सदस्य चुने गए। इसके अलावा सैय्यद फैजी को सदस्य के रूप में जीत हासिल हुई।
इससे पहले आज दिन में मतदान के दौरान थोड़ी देर के लिए उस मतदान रोंक दिया गया था तथा माहौल काफी गर्म हो गया था, जब एक मतदाता अशफाक हुसैन उर्फ जिया तथा वसीम रिजवी के बीच फर्जी वोटिंग के आरोप को लेकर एवं वसीम के गनरों की मतदान स्थल पर मौजूदगी को लेकर जोरदार बहस व गाली-गलौच हो गई। हंगामे के बाद मौके पर पहुंची पुलिस व एसीपी हजरतगंज ने वसीम रिजवी के गनरों को मतदान स्थल से बाहर कर दिया था। आज के बहुचर्चित चुनाव में शिया धर्मगुरु मौलाना कल्बे जव्वाद ने भी अपना वोट डाला।
शिया वक्फ बोर्ड के आज चुनाव में बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष सैय्यद वसीम रिजवी व सैय्यद फैजी सदस्य चुने गए, इन दोनों को मिले बराबर 21 वोट। इस चुनाव में सदस्य पद के लिए 6 प्रत्याशियों ने अपनी किस्मत आजमाई थी। मुतवल्ली आसिम को मिला एक वोट। अशफाक हुसैन उर्फ जिया को 6 और मुशर्रफ को 5 वोट मिले।बोर्ड के चुनाव में मुतवल्ली कोटे के दो सदस्यों के पद के लिए 6 लोग भाजपा नेता सैय्यद फैजी, वक्फ बोर्ड के पूर्व चैयरमैन वसीम रिजवी, सैयद आसिम रिजवी, सैयद मुजाहिद हुसैन रिजवी, सैयद मुशर्रफ हुसैन रिजवी, अशफाक हुसैन उर्फ जिया मैदान में थे, जबकि सैयद जफर रिजवी ने रविवार को अपना नामांकन वापस ले लिया था।
इन्हे चुनना था मुतवल्ली कोटे से दो सदस्य. . . . .
वक्फ बोर्ड के 36 सदस्यों को मुतवल्ली कोटे से दो सदस्यों को चुनना था, इनमें सैय्यद जकी हुसैन, वसीम रिजवी, इब्ने हसन आब्दी, मौलाना सैयद कल्बे जव्वाद नकवी, किश्वर जहां, असद अली खां, सैय्यद आसिम रिजवी, सैय्यद नदीम अब्बास, नजमा हसन, रियासत अली, अब्बास अमीर, मुनीर आलम, मोहम्मद जव्वाद अली, सैय्यद फैजी और मंसूर आलम (लखनऊ), सैय्यद अतहर अब्बास जैदी (सहारनपुर), सैय्यद अजादार हुसैन उर्फ चुन्ना (आजमगढ़), सैय्यद नवाब इम्तियाज हुसैन (कानपुर नगर), सैय्यद गौहर आलम रिजवी उर्फ बब्बा (उन्नाव), सैय्यद हुसैन नासिर सईद अबाकाती, मोहम्मद अहमद व सैय्यद जफर रिजवी (आगरा), सैय्यद मुजाहिद हुसैन (बिजनौर/लखनऊ), सैय्यद मुर्शरफ हुसैन रिजवी (उन्नाव/लखनऊ), अहमद अब्बास (लखनऊ/बाराबंकी), शोएब जाफर उर्फ फखरी (मेरठ), सज्जाद अली उर्फ गुज्जन, सैय्यद एजाज हुसैन (वाराणसी), डॉक्टर मिर्जा शहाब शाह, अशफाक हुसैन उर्फ जिया (वाराणसी), गुलरेज हैदर रिजवी (मुरादाबाद), सैय्यद हादी रजा सैय्यद वली हैदर (अमरोहा), सैय्यद अलमदार हुसैन (अम्बेडकर नगर), मेंहदी रजा (प्रयागराज) और मोहम्मद असकरी (बरेली) शामिल थे। इनमें से आज के चुनाव में 29 मतदाताओं ने वोट डाले।
अब मिलेगा शिया वक्फ बोर्ड को नया अध्यक्ष…..
करीब 10 महीने तक बिना अध्यक्ष के कार्य करने वाले यूपी शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड के मामले में इलाहाबाद हाईकोर्ट ने 18 मार्च को सरकार को चुनाव न कराने की जगह प्रशासक नियुक्त करने पर कड़ी फटकार लगाई थी। कोर्ट ने प्रशासक को बोर्ड में नियुक्त करने के लिए राज्य सरकार की खिंचाई की थी। कोर्ट ने कहा था कि 1995 के वक्फ अधिनियम की किस कानून या धारा के तहत प्रशासक नियुक्त किया गया था। (20 अप्रैल 2021)

विशेष संवाददाता विजय आनंद वर्मा की रिपोर्ट, , ,