आप विधायक अमानतुल्लाह के सरकलम पर 51 लाख के ईनाम की घोषणा…

आप विधायक अमानतुल्लाह के सरकलम पर 51 लाख के ईनाम की घोषणा…

महन्त यति नरसिंहानन्द के समर्थन में सामने आया सर्वतोभद्र पुजारी पुरोहित महासंघ…

लखनऊ 06 अप्रैल। सर्वतोभद्र पुजारी पुरोहित महासंघ ने आज यहां डासना मन्दिर में मुस्लिमों के प्रवेश पर प्रतिबन्ध व लड़के को पीटे जाने के बाद चर्चा में आये महन्त यति नरसिंहानन्द महाराज के समर्थन में उतरते हुये आज यहां आप विधायक अमानतुल्लाह खान का सर कलम करने वाले को 51 लाख रूपये का ईनाम देने की घोषणा की है। यहां पाण्डेयगंज स्थित महासंघ के कार्यालय में धर्माचार्य और राश्ट्रीय संगठन मंत्री योगी सरोजनाथ ने पत्रकार वार्ता में यह घोशणा करते हुये बताया कि हाल में मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्र डासना में स्थित देवी मन्दिर में चोरी के इरादे से आये पकड़े गये लड़के को पीटे जाने के बाद चर्चा में आये महन्त यति नरसिंहानन्द महाराज मुस्लिम समुदायों के निषाने पर है और बीते दिनों आप विधायक अमानतुल्लाह खान ने महन्त के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाने से पूर्व जारी एक वीडियो में कहा था कि देष षरिया कानून होता तो महन्त की गर्दन और जुबान काट दी जाती। उनके इस बयान को लेकर आज महन्त योगी सरोजनाथ ने साफ कहा कि देश में जेहादी मानसिकता वाले दोहरे चरित्र वाले है, अपने लाभ के लिये भारतीय कानून का लाभ उठाते है और जब कोई रास्ता नहीं दिखता तो शरिया कानून की बात करने लगते है, लेकिन अब ऐसा नहीं होने वाला है। मीडिया के समक्ष आप विधायक अमानतुल्लाह खान के सरकलम पर 51 लाख रूपये के ईनाम की घोशणा के वक्त महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष महन्त पवन दासजी महाराज, कार्यकारी अध्यक्ष एवं शिवसेना उत्तर प्रदेश के उप प्रमुख गौरव वर्मा, युवा नेता मोहित मिश्रा सहित कई प्रमुख लोग मौजूद थे। इस मौके पर कार्यकारी अध्यक्ष गौरव वर्मा ने पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुये कहा कि डासना देवी मन्दिर के महन्त हिन्दू शिरोमणि है और जेहाद के खिलाफ लड़ रहे लड़ाई में सर्वतोभद्र पुजारी पुरोहित महासंघ पूरी तरह साथ में है, और डासना मन्दिर के इतिहास में हुयी डकैती सहित अन्य घटनाओं को देखा जाये तो डासना की बहुसंख्यक मुस्लिम आबादी के बीच यह मन्दिर और वहां के महन्त एवं पुजारी सुरक्षित नहीं है, इसलिये सरकार को मन्दिर के साथ पुजारियों को सुरक्षा कड़ी की जाये। इसके अलावा कुरान की 28 आयातों को हटाये जाने के लिये सुप्रीम कोर्ट में दाखिल की गयी जनहित याचिका से साफ हो गया है कि कुरान हिंसा को बढ़ावा देती है, यदि ऐसा नहीं है कि मुस्लिम धर्मगुरूओं को उन आयातों के सच के बारे में बताना चाहिए कि वास्तव में कुरान की उन 28 आयातों में क्या बताया गया है।

हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…