पत्रकारों से हुई मारपीट के मामले में अखिलेश यादव के खिलाफ एफआईआर…

पत्रकारों से हुई मारपीट के मामले में अखिलेश यादव के खिलाफ एफआईआर…

मुरादाबाद में दर्ज हुई एफआईआर की कापी 👆   

पूर्व मुख्यमंत्री के साथ ही सपा के 20 नेताओं को भी बनाया गया आरोपी…

मुरादाबाद की प्रेस कांफ्रेंस में हुआ था बवाल: एसएसपी के निर्देश पर दर्ज हुई रिपोर्ट…

लखनऊ। मुरादाबाद में समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव पर एफआईआर दर्ज की गई है, उनके अलावा समाजवादी पार्टी के करीब 20 कार्यकर्ताओं के खिलाफ भी मुकदमा दर्ज हुआ है। दो दिन पहले शहर के एक होटल में हुए कार्यक्रम में पत्रकारों से हुई अभद्रता और मारपीट के मामले में पत्रकारों की ओर से एफआईआर दर्ज करवाई गई है। मुरादाबाद के कई पत्रकारों ने संयुक्त हस्ताक्षर के साथ एक शिकायत मुरादाबाद के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को दी थी, जिसके आधार पर यह मुकदमा दर्ज किया गया है।
शिकायत में पत्रकारों की ओर से कहा गया है कि 11 मार्च 2021 की शाम होलीडे रेजिडेंसी होटल में पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की प्रेस कांफ्रेंस चल रही थी। प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद लॉबी में कुछ पत्रकारों ने अखिलेश यादव से व्यक्तिगत सवाल पूछ लिए, जिससे अखिलेश यादव बुरी तरह छटपटा गए। उन्होने अपने गार्डों और साथियों को पत्रकारों पर हमला करने के लिए उकसा दिया। वहां पर उपस्थित सिक्योरिटी गार्ड और 20 अन्य लोगों ने पत्रकारों को बुरी तरह पीट कर घायल कर दिया। कई पत्रकारों को इलाज के लिए अस्पतालों में भर्ती करवाया गया है। मारपीट करने वाले लोग अखिलेश यादव की पार्टी से ताल्लुक रखते हैं। इन लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करके कड़ी कार्यवाही की जानी चाहिए।
इस प्रार्थना पत्र के आधार पर पुलिस ने अखिलेश यादव के खिलाफ नामजद और उनके 20 अज्ञात समर्थकों के खिलाफ आईपीसी की धारा 147/323 एवं 342 के तहत एफआईआर दर्ज की है। मुरादाबाद पुलिस का कहना है कि मामले में जांच की जा रही है। उस वक्त वहां लोगों ने वीडियो बनाई थीं, ऐसी वीडियो फुटेज सोशल मीडिया पर भी उपलब्ध हैं। इन सबको देखकर तफ्तीश की जा रही है, जल्दी ही मामले में कार्यवाही की जाएगी। गौरतलब है कि अखिलेश यादव रामपुर से शुरू हुई सपा की साइकिल यात्रा के बारे में जानकारी देने मुरादाबाद आए थे। पत्रकारों का आरोप है कि घटना पर विरोध जताने पर उन पर बिका हुआ होने की तोहमत जड़ी गयी। पत्रकार संगठनों ने घटना की निंदा करते हुए इसे प्रेस की आजादी का गला घोंटने वाला कृत्य करार दिया। बाउंसर की धक्का मुक्की में एक न्यूज चैनल के पत्रकार के पैर में चोट आयी जिन्हे प्लास्टर चढ़ाया गया है।
प्रदेश के पूर्व डीजीपी/भाजपा सांसद बृजलाल एवं मुख्यमंत्री के सूचना सलाहकार मृत्यंजय नारायण एवं अन्य भाजपा नेताओं ने ट्वीट कर पत्रकारों के साथ हुई मारपीट की कड़ी निंदा की। कानून मंत्री ब्रजेश पाठक ने भी प्रेस कांफ्रेंस करके घटना की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि पत्रकारों के साथ मारपीट को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। (13 मार्च 2021)

विशेष संवाददाता विजय आनंद वर्मा की रिपोर्ट, , ,